नई दिल्ली। राजस्थान रॉयल्स के सीओओ जैक लुश मैक्रम ने शनिवार को बताया कि इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने अपने प्रोटोकॉल में अपडेट किया है। इसके परिणाम स्वरूप अब इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी पहले मैच से ही आइपीएल में मौजूद रह सकेंगे। आइपीएल की शुरुआत 19 सितंबर से हो रही है, जिसमें विदेशी खिलाड़ियों के पहुंचने की उम्मीद कम लग रही थी।
दरअसल, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन-तीन मैचों की टी-20 और वनडे सीरीज का आयोजन चार सितंबर से होना है। सीरीज का आखिरी मैच 16 सितंबर को खेला जाएगा। ऐसे में लग रहा था कि इन दोनों ही टीम के खिलाड़ी आइपीएल के शुरुआती मैचों में नहीं खेल पाएंगे, लेकिन खुद बीसीसीआइ ने इस मुश्किल को हल कर दिया है। बीसीसीआइ ने सभी टीमों को निर्देश जारी कर दिए हैं, जो कि खिलाड़ी क्वारंटाइन से आ रहा है। उसे क्वारंटाइन की जरूरत नहीं है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, विदेशी खिलाड़ियों को भी भारतीय खिलाड़ियों की तरह आइपीएल 2020 से ठीक पहले यूएई पहुंचकर एक सप्ताह तक क्वारंटाइन रहना होता। हालांकि, मैक्रम ने बताया कि बीसीसीआइ ने अपने क्वारंटाइन नियमों में बदलाव किया है। नए नियमों के मुताबिक, अगर कोई खिलाड़ी बायो-सिक्योर बबल से दूसरे बायो-सिक्योर बबल में आ रहा है तो उसको क्वारंटाइन की जरूरत नहीं है, सिर्फ कोरोना टेस्ट से ही काम चल जाएगा।
गौरतलब है कि बीसीसीआइ ने जो नियम आइपीएल को लेकर बनाए हैं। उसके मुताबिक हर खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ के सदस्य को यूएई में 6 दिन के लिए क्वारंटाइन में रहना होगा, जहां दो-दो दिन के अंतराल पर तीन कोरोना टेस्ट होंगे। इसके बाद ही खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ को 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होने वाले आइपीएल में जगह मिल पाएगी, लेकिन विदेशी खिलाड़ियों को छूट दी गई है, जो दूसरे बायो-सिक्योर बबल से आइपीएल के बायो बबल में प्रवेश करेंगे।