नोएडा जिला प्रशासन ने एक ऐसा निर्णय लिया है प्राइवेट स्कूल प्रबंधन की रातों की नींद उड़ा दी है। नोएडा के जिलाधिकारी ने जिले भर के तकरीबन 100 से ज्यादा स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना है। इसके अलावा उन्होंने ये अल्टीमेटम भी दिया है कि अगर तय समय तक आदेश का पालन न हुआ तो जुर्माने की ये राशि बढ़ाकर पांच लाख रुपये तक कर दी जाएगी। दरअसल, ये पूर मामला कोरोना काल के समय से जुड़ा हुआ है। उस समय इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक फैसले को लेकर डीएम का काफी तल्ख नजर आ रहे हैं।
किस मामले में हुई कार्रवाई
कोरोना संकट के दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आदेश देते हुए कहा था कि सभी स्कूल सत्र 2021-22 में अभिभावकों से ली गई फीस का 15% वापस करेंगे। बताया गया है कि कई स्कूल हाईकोर्ट के इस आदेश का पालन नहीं कर रहे थे। इस आदेश के पश्चात जिन स्कूलों ने पैसा वापस नहीं किया था, उनमें से तकरीबन 100 से अधिक स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का फाइन लगाया गया है। डीएम का कहना है कि अगर एक माह के भीतर स्कूलों ने अभिभावकों को 15 फीसदी फीस नहीं लौटाई तो फिर स्कूलों को पांच-पांच लाख रुपये का जुर्माना देना होगा।
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स्कूल मैनेजमेंट हुए परेशान
डीएम का आदेश आते ही ये मामला काफी चर्चा में आ गया है। जहां ये फैसला अभिभावकों को राहत देने वाला है तो वहीं, स्कूल प्रबंधन काफी परेशान नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना संकट के दौरान अभिभावकों को उन्होंने अपनी ओर से ही 20 से 30% की रिबेट दी थी। हाईकोर्ट के आदेश में दी जा चुकी उस छूट को भी शामिल किया जाना चाहिए। बता दें कि डीएम ने स्कूल प्रबंधन के इस तर्क को सुनने के बाद शासन को पत्र लिखा है और बताई गई छूट के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है।