ग्रेटर नोएडा : बकाया राशि का भुगतान न करने पर यमुना प्राधिकरण ने अजनारा बिल्डर को सेक्टर 22 ए में आवंटित ग्रुप हाउसिग भूखंड का आवंटन निरस्त कर दिया है। बिल्डर की 11 करोड़ 79 लाख राशि जब्त कर ली है। बिल्डर ने इस भूखंड पर पैनोरमा नाम से परियोजना लांच की थी। फ्लैट खरीदारों को राहत देते हुए प्राधिकरण ने परियोजना को खुद पूरा करने का फैसला किया है। प्राधिकरण ने इससे पहले 31 मार्च को आठ बिल्डरों का आवंटन रद कर दिया था।
सीईओ डा.अरुणवीर सिंह ने बताया कि अजनारा बिल्डर को प्राधिकरण ने सेक्टर 22ए में 25 एकड़ एक लाख वर्गमीटर का भूखंड आवंटित किया था। बिल्डर ने दिसंबर 11 में इसकी लीज डीड कराई, लेकिन किस्तों का समय से भुगतान नहीं किया। बिल्डर ने 2011-13 और 2013-15 की अवधि में शून्यकाल का लाभ लिया, लेकिन परियोजना को पूरा करने में रुचि नहीं दिखाई। फ्लैट खरीदारों से बिल्डर पैसा वसूल करता रहा। प्राधिकरण ने जून 2017 में बिल्डर को नोटिस जारी कर एक करोड़ चार लाख 626 रुपये जमा कराने को कहा, लेकिन बिल्डर ने 54 लाख रुपये का भुगतान ही किया। अक्टूबर 2017 में प्राधिकरण ने बिल्डर को फिर नोटिस जारी कर चार करोड़ 63 लाख रुपये जमा करने को कहा।
वर्ष 2019 में बिल्डर ने बकाया राशि का रीशेड्यूलमेंट करा लिया, इसके बावजूद किस्तों का भुगतान नहीं किया और एस्क्रो खाता भी नहीं खुलवाया। रीशेड्यूलमेंट के बाद लगातार तीन किस्तों का भुगतान न करने पर आवंटन निरस्त करने का प्रविधान है। इस अधिकार का प्रयोग करते हुए प्राधिकरण ने बिल्डर का आवंटन निरस्त कर दिया है। बिल्डर प्राधिकरण को अब तक करीब 46 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुका है। जबकि 42.82 करोड़ रुपये का बकायेदार है। नो ड्यूज देने पर मिलेगी शेष राशि वापस : बिल्डर की कुल जमा राशि में 25 प्रतिशत प्राधिकरण ने जब्त कर ली है। शेष 75 फीसद बिल्डर को तभी मिलेगी जब वह बैंक का नो ड्यूज प्राधिकरण को देगा। इसके साथ ही परियोजना में फ्लैट बुक कराने वालों से वसूली गई राशि, उन्हें वापस की गई राशि के अलावा फ्लैट पर कब्जा ले चुके खरीदारी की जानकारी देनी होगी। परियोजना के मानचित्र में 3266 फ्लैट स्वीकृत : बिल्डर ने परियोजना का जो मानचित्र यमुना प्राधिकरण से स्वीकृत कराया था। उसके हिसाब से परियोजना में 3266 फ्लैट बनने थे। प्राधिकरण ने सितंबर 2019 में बिल्डर को 695 फ्लैट के लिए आंशिक अधिभोग प्रमाण पत्र जारी किया था। प्राधिकरण ने बिल्डर से जानकारी मांगी है कि परियोजना में कितने फ्लैट की बुकिग हुई और कितने पर कब्जा दिया गया है।
वर्जन..
अजनारा बिल्डर की पैनोरमा परियोजना में फ्लैट खरीदारों का हित पूरी तरह से सुरक्षित रखा जाएगा। खरीदारों को फ्लैट पर कब्जा देने के लिए प्राधिकरण परियोजना को पूरा करेगा।
-डा.अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना प्राधिकरण।