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भर्ती घोटाले में बड़ा खुलासा, आयोग के भीतर से ही चोरी हुआ था सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर

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देहरादून: सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) के भवन से ही लीक हुआ था। आयोग परिसर में छपाई के दौरान ही प्रिंटिंग प्रेस में तैनात निजी कंपनी के कर्मचारी ने लैपटाप से प्रश्नपत्र चुराकर पेनड्राइव में कापी कर लिया था। यह निजी कंपनी कोई और नहीं, बल्कि, लखनऊ (उत्तर प्रदेश) स्थित वही आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस लिमिटेड (प्रिंटिंग प्रेस) है, जिसके संचालक राजेश चौहान ने आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक किया था।

आयोग ने अपने परिसर में स्थापित मिनी प्रिंटिंग प्रेस के संचालन का जिम्मा आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस लिमिटेड को दिया हुआ था। प्रेस के कर्मचारी ने चोरी के बाद प्रश्नपत्र अपने साथी जयजीत दास को दिया था। जयजीत को एसटीएफ पहले ही स्नातक परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। शनिवार को एसटीएफ ने सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र चुराने वाले प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी ग्राम बलीपुर जिला बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) निवासी प्रदीप पाल को भी गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में गत 24 अगस्त को छह आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। रक्षक के 33 पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा में 66 अभ्यर्थियों का चयन अंतिम सूची में हुआ था, जिनकी शारीरिक परीक्षा होनी अभी बाकी है।

जांच में सामने आया कि सचिवालय रक्षक का प्रश्नपत्र आयोग ने अपने भवन में संचालित मिनी प्रिंटिंग प्रेस में ही छपवाया था। परीक्षा की तिथि से एक हफ्ते पूर्व आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस के कर्मचारी प्रदीप पाल और उसकी टीम देहरादून के रायपुर में आयोग के भवन में प्रश्नपत्र की छपाई के लिए पहुंची थी। इसी दौरान प्रदीप पाल ने प्रश्नपत्र चोरी कर लिया।

आयोग में जिस जगह पर प्रश्नपत्र छापा गया था, एसटीएफ की टीम ने उसका भी निरीक्षण किया। जिस लैपटाप में प्रश्नपत्र तैयार किया गया था, उसे कब्जे में ले लिया गया है। जिस दिन छपाई का कार्य हुआ था, उस दौरान की सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में ली गई। सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर आरोपित प्रदीप पाल की ओर से प्रश्नपत्र चुराने की पुष्टि हुई।

कंप्यूटर आपरेटर पद पर तैनात था आरोपित

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एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि आरोपित प्रदीप पाल वर्ष 2017 से आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस लिमिटेड में कंप्यूटर आपरेटर पद पर तैनात था। वह कंपनी के प्रिंटिंग प्रेस संबंधी कार्य देखता था और देहरादून में पाम सिटी में कंपनी के फ्लैट में रह रहा था। वह लगातार लखनऊ में प्रिंटिंग प्रेस के दूसरे कर्मचारी जयजीत के संपर्क में था और जयजीत के कहने पर ही उसने प्रश्नपत्र चुराया।

प्रश्नों के घेरे में आयोग के अधिकारियों की भूमिका

आयोग के अंदर से प्रश्नपत्र लीक होने का राजफाश होने के बाद आयोग के अधिकारियों व प्रश्नपत्र तैयार करने वाली समिति की भूमिका भी प्रश्नों के घेरे में आ गई है। जो समिति प्रश्नपत्र तैयार करती है, उसकी निगरानी में ही प्रश्नपत्र सेट करने से लेकर प्रिंटिंग तक का काम होता है। ऐसे में कंप्यूटर आपरेटर ने कैसे यह प्रश्नपत्र चोरी कर लिया, यह बड़ा प्रश्न है।

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