उन्नाव। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे (Lucknow-Agra Expressway) पर बेहटा मुजावर क्षेत्र के अवस्थीखेड़ा के पास बुधवार तड़के पांच बजे ओवटेकिंग लेन में चल रहे दूध टैंकर को बाई ओर से ओवरटेक करने की कोशिश में स्लीपर बस पीछे से टैंकर में घुस गई। ड्राइवर ने गोरखपुर व बस्ती के बीच रात 12 बजे एक ढाबे में सहचालक के साथ शराब पी थी। हादसे में बस व टैंकर चालक समेत 18 की मौत हो गई, 19 घायल हो गए।
यूपीडा टीम के अलावा बांगरमऊ व बेहटामुजावर पुलिस ने सीएचसी से एंबुलेंस बुला बस में फंसे लोगों को सीएचसी बांगरमऊ पहुंचाया। 15 को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां से एक को कानपुर एलएलआर अस्पताल व पांच को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। दाईं ओर से बस के टकराने से चालक की साइड का आधे से अधिक हिस्सा फट गया। टैंकर चालक समेत तीन की पहचान हो गई। अन्य की पहचान की कोशिश की जा रही है।
रात 12 बजे ढाबे पर पी शराब
महोबा रजिस्ट्रेशन नंबर की स्लीपर बस का चालक बिहार के शिवहर से करीब 45 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए चला। उन्नाव के बेहटामुजावर तक पहुंचने के दौरान वह रास्ते में तीन जगह रुका। आखिरी बार वह रात 12 बजे गोरखपुर व बस्ती के बीच एक ढाबा पर रुका। एक यात्री के अनुसार, उसने सहचालक के साथ बैठकर शराब पी। यहां से निकलने के बाद उसने बस की रफ्तार बढ़ाई।
100 KM की रफ्तार से चला रहा था बस
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर लखनऊ टोल पार करने के बाद रफ्तार 100 किमी प्रतिघंटा से अधिक हो गई। बेहटामुजावर के अवस्थीखेड़ा के पास तड़के पांच बजे ओवरटेकिंग लेन में चल रहे दूध टैंकर को उसने बाईं ओर से ओवरटेक करने का प्रयास किया। नशे में होने व तेज रफ्तार के चलते बस टैंकर में पीछे से टकरा गई। टैंकर वहीं पलट गया और उसमें भरा दूध बहने लगा। बस का दाईं ओर का हिस्सा फटता चला गया। अधिकतर यात्री नींद में थे, जिससे किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।
किसी का हाथ कटकर हुआ अलग तो किसी का पैर बीच से फटा
हादसे में किसी का हाथ कटकर अलग हो गया तो किसी का पैर बीच से फट गया। चीख पुकार के बीच 20 मिनट बाद पहुंचे यूपीडा कर्मियों ने पुलिस को जानकारी देकर बचाव कार्य शुरू किया।
सीओ बांगरमऊ अरविंद कुमार व बेहटामुजावर थाना की पुलिस वहां की सीएचसी की एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंच गए। सीटों के नीचे दबे यात्रियों को बाहर निकालकर सीएचसी ले जाया गया। डॉक्टर ने पांच साल के मासूम, तीन महिलाओं व 14 पुरुषों समेत 18 को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल हुए 19 लोगों में 15 को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
बस का नहीं मिला कोई पेपर
बस के कोई कागजात पूर्ण नहीं है। फिटनेस से लेकर बीमा तक की अवधि खत्म है। बस का कोई कागज नहीं मिला है। खेती किसानी करने वाले व्यक्ति के नाम से महोबा जिले में बस रजिस्टर्ड है।
जांच में पता चला है कि दिल्ली के पहाड़गंज निवासी चंदन जायसवाल बस को अवैध तरीके से संचालित कर रहा है। एआरटीओ प्रवर्तन अरविंद सिंह ने बस नंबर के आधार पर बेहटामुजावर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है। डीएम गौरांग राठी ने जिला अस्पताल में घायलों के इलाज के लिए मोर्चा संभाला वहीं एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना पहले घटनास्थल फिर जिला अस्पताल पहुंचे। पीएमओ से मृतकों को दो-दो लाख व घायलों को 50-50 हजार प्रधानमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद की घोषणा एक्स पर की गई। एसपी ने बताया कि बस अवैध तरीके से कैसे संचालित हो रही थी इसकी जांच कराई जा रही है।