लखनऊ : सीआरपीएफ के कमांडेंट नीरज कुमार पांडेय की साढ़े पांच करोड़ रुपये से अधिक की काली कमाई का मामला सामने आया है। सीबीआइ लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने सीआरपीएफ की लखनऊ स्थित 93वीं बटालियन के कमांडेंट नीरज कुमार पांडेय के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। सीबीआइ की टीमों ने शनिवार को नीरज पांडेय के लखनऊ स्थित आवास समेत मीरजापुर, नोएडा व दिल्ली स्थित पांच ठिकानों पर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान सीबीआइ ने रांची, वाराणसी, नोएडा व यमुना एक्प्रेसवे पर नीरज पांडेय व उनके परिवारीजन के नाम 4.6 करोड़ रुपये की संपत्तियां सामने आई हैं। जबकि 1.02 करोड़ रुपये नीरज पांडेय व परिवारीजन के खातों में नकद जमा व फिक्स डिपाजिट के रूप में पाए गए हैं।
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इसके अलावा नीरज पांडेय, उनकी पत्नी सुमन पांडेय व परिवारीजन के खातों में 6.8 करोड़ रुपये का लेनदेन सामने आया है। इनके द्वारा कुछ कंपनियों के संचालन के तथ्य भी सामने आए हैं, जिनके जरिए बड़े भुगतान किए गए थे। सीबीआइ ने कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं, जिनमें संपत्तियों से जुड़े कागज भी शामिल हैं।
आभूषणों की खरीद व शेयर में निवेश के प्रमाण भी मिले
सीबीआइ ने आइजी सीआरपीएफ वितुल कुमार की शिकायत पर कमांडेंट नीरज कुमार पांडेय के विरुद्ध जांच की थी। सीबीआइ ने कमांडेंट की एक जनवरी, 2014 से 31 दिसंबर, 2022 के मध्य की आय व व्यय की जांच की, जिसमें सामने आया कि निर्धारित अवधि में 1.44 करोड़ रुपये से अधिक रकम की संपत्तियां अपने बेटे, बेटी व अन्य स्वजन के नाम जुटाई हैं। निर्धारित अवधि में ज्ञात श्रोत से नीरज पांडेय को 5.20 करोड़ रुपये की आय हुई है, जबकि 9.37 करोड़ रुपये से अधिक व्यय किया गया।
जांच में सामने आया कि नीरज पांडेय ने निर्धारित अवधि में कुल 10.81 करोड़ रुपये से अधिक व्यय किया, जो उनकी कुल आय से 5.61 करोड़ रुपये अधिक था। यह कमाई उनकी आय से 108 प्रतिशत अधिक है। जांच में नीरज पांडेय की वाराणसी के मीरपुर में कई संपत्तियां सामने आई हैं।
गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक भूखंड भी है। कई कंपनियों के शेयर में निवेश के तथ्य भी सामने आए हैं। सीबीआइ अधिकारियों का कहना है कि मामले में सितंबर, 2022 में कमांडेंट नीरज पांडेय के विरुद्ध शिकायत की गई थी। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर सीबीआई ने 16 मार्च को रेगुलर केस दर्ज किया था। नीरज पांडेय के ठिकानों पर की गई छापेमारी में बरामद दस्तावेज के आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है। जल्द नीरज पांडेय पर और शिकंजा कसेगा।