यूपी पुलिस में सिपाही ननद से परेशान होकर महिला पुलिस कमिश्नर के ऑफिस पहुंची और मदद की गुहार लगाई. पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर महिला अपने दो मासूम बच्चों को लेकर धरने पर बैठी थी. उसका कहना था कि ननद परेशान करती है. ननद ने उसके साथ मारपीट करते हुए उसे बच्चों सहित घर से बाहर निकाल दिया. महिला की परेशानी जानने के बाद एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को शिवानी तिवारी नाम की महिला अपने दो मासूम बच्चों और भाई के साथ पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंची थी. फिर ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गई. काफी देर तक वह धरने पर बैठी रही. जब यह बात एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी को पता चला तो उन्होंने शिवानी से उसकी परेशानी पूछी.
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शिवानी ने एडीसीपी को बताया कि उसकी कानपुर के रहने वाले राहुल से शादी हुई है. उसके दो बच्चें हैं. मेरी ननद का नाम आरजू अवस्थी है और वह यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर है. उसकी तैनाती यूनिवर्सिटी थाने में है. वह मुझे परेशान करती है. पति नशे का आदी है, जिसके कारण वह ननद से कुछ नहीं कहते हैं.
ननद ने की मारपीट, घर से निकाला
शिवानी ने आगे बताया कि ननद आरजू मेरे साथ मारपीट करती है. ससुराल के लोग भी उसकी ही बात सुनते हैं. ननद ने मारपीट करते हुए मुझे बच्चों सहित ससुराल से निकाल दिया है. उसने कहा है कि जाओ कहीं और जाकर के रहो.
पुलिस नहीं कर रही मदद
शिवानी के मुताबिक ननद के पुलिस में होने के कारण उसकी मदद नहीं हो रही है. वह कई बार थाने में शिकायत कर चुकी है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए वह आज पुलिस कमिश्नर से मिलने आई है. जब तक उसकी सुनवाई नहीं होती वह धरने पर बैठी रहेगी.
एडीसीपी ने दिए जांच के आदेश
शिवानी की पूरी बात सुनकर एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने शिवानी को आश्वासन देकर वापस घर भेजा है. एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी का कहना है कि दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया जाएगा. यदि महिला के आरोप सही पाए जाते हैं तो उसकी ननद के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. साथ ही मामले को परामर्श केंद्र भी भेजा जाएगा.