कौशांबी। मंझनपुर क्षेत्र के तेजवापुर गांव की सुमित्रा को झूठी शान की खातिर उसकी मां, बहन और भाभी ने कुल्हाड़ी से हमला कर मौत की नींद सुलाया था। हत्या के पीछे आरोपितों का उद्देश्य सुमित्रा के प्रेमी को फंसाना भी था। पुलिस ने घटना का अनावरण करते हुए आरोपित मां व बहन को गिरफ्तार कर लिया है। भाभी की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापामारी की जा रही है।
तेजवापुर गांव की शिवपति देवी पत्नी स्व. सुखलाल ने 14 अक्टूबर को मंझनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें उसने बताया था कि उसकी 15 वर्षीय बेटी सुमित्रा दो अक्टूबर को गोबर फेंकने जाने की बात कहकर घर से निकली थी। उसी के बाद से लौटकर नहीं आई।
अपहरण का केस दर्ज कर पुलिस ने छानबीन की शुरू
मामला नाबालिग लड़की से जुड़ा होने के कारण अपहरण का केस दर्ज करते हुए पुलिस ने छानबीन शुरू की। इसी बीच 26 अक्टूबर को गांव के बाहर कुएं में लापता किशोरी का शव मिला। स्वजन ने मौके पर पहुंचकर शिनाख्त की। इधर, पुलिस ने अपहरण के दर्ज मुकदमे को हत्या में तरमीम कर लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मंझनपुर पुलिस को शीघ्र अनावरण का निर्देश दिया।
मां ने जुर्म किया कबूल
एसपी ने सोमवार को बताया कि इलेक्ट्रानिक और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर मंझनपुर इंस्पेक्टर संतोष कुमार शर्मा ने मृतका की मां से पूछताछ की तो उसने जुर्म कुबूल कर लिया। बताया कि बेटी का गांव के ही एक युवक से प्रेम संबंध था। दोनों फोन पर बातें किया करते थे। मना करने के बाद भी बेटी मान नहीं रही थी। ऐसे में बदनामी से बचने व प्रेमी को फंसाने के लिए दो अक्टूबर की रात बहू मीरा देवी व एक अन्य नाबालिग पुत्री के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। कुल्हाड़ी और डंडे से सिर तथा गर्दन पर वार कर मौत की नींद सुलाया गया था। खुद की गर्दन बचाने के लिए शव को बोरे में भरकर कुएं में फेंक दिया था।
कुल्हाड़ी, डंडा व बोरा बरामद
इंस्पेक्टर संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि आरेापितों की निशानदेही पर आलाकत्ल यानी कुल्हाड़ी, डंडा व बोरा बरामद कर लिया गया है। आरोपित भाभी की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। कम समय में घटना का सफल राजफाश करने के लिए एसपी ने इंस्पेक्टर की पीठ थपथपाई है।