गोवा। भारत में 5G सर्विस की एंट्री हो चुकी है। अब लोग पहले से अधिक तेज तर्रार इंटरनेट स्पीड का अनुभव ले सकते हैं। जहां एक तरफ इस सेवा को हर जगह पहुंचने की बात चल रही है, वही इसको लेकर गोवा के पुलिस महानिदेशक (DGP) जसपाल सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि 5G सेवाओं के लॉन्च से राज्य में साइबर अपराधों में वृद्धि होगी।
बड़ी संख्या में डिवाइस हाई-स्पीड इंटरनेट से जुड़ेंगे
गोवा पुलिस आइडियाथॉन-2022 में शुक्रवार को अपनी बात रखते हुए डीजीपी सिंह ने कहा कि 5G सेवाओं के लॉन्च के बाद बड़ी संख्या में डिवाइस हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस के साथ जुड़ जाएंगे, इसलिए साइबर अपराधों में वृद्धि की भी संभावना बनी रहेगी। बता दें कि यह कार्यक्रम दक्षिण गोवा में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन द्वारा आयोजित किया गया था। वहीं, एक प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया गया कि पुलिस महानिदेशक जसपाल सिंह के नेतृत्व में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए 5G तकनीक में सुधार को देखते हुए आइडियाथॉन का आयोजन किया गया था।
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भविष्य में चुनौतियों से निपटने के लिए आयोजित हुआ कार्यक्रम
इस कार्यक्रम में सभी अधिकाकारियों ने अत्यधिक उत्साह के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज की। इसका उद्देश्य पुलिस कर्मियों को उन परिवर्तनों से गंभीर बनाना है जो वे भविष्य में देखेंगे और उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार रहेंगे। इस कार्यक्रम में प्रख्यात वक्ता, पुलिसकर्मी, शिक्षाविद और उद्योग जगत से संबंधित लोग मौजूद रहे।
पुलिसिंग और निगरानी को बनाया जा सकता है मजबूत
कानून और व्यवस्था की समस्याओं पर 5जी तकनीक के प्रभाव के लिए पैनल में मौजूद आईपीएस (एसपी नॉर्थ एंड साइबर क्राइम) निधिन वलसन, आईपीएस (एसडीपीओ मडगांव) शिवेंदु भूषण, (फैकल्टी आईआईटी गोवा) नीलकंदन राजमोहन और सहायक प्रबंधक, आईएफबी सावंत कुशवाहा ने इस बात पर जोर डाला कि कैसे ड्रोन के माध्यम से पुलिसिंग और निगरानी को मजबूत बनाया जा सकता है। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में इस बात पर भी चर्चा हुई कि कैसे 5G के माध्यम से केवाईसी को पहले से बेहतर और फाइनेंसियल इकोसिस्टम को अधिक सुरक्षित बनाया जा सके।