नोएडा। सेक्टर-93 स्थित सुपरटेक एमराल्ड के दोनों टावर (एपेक्स सियान) के ध्वस्तीकरण का 21 अगस्त को होने वाले फाइनल विस्फोट का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। विस्फोटक लगाने की फाइनल एनओसी पुलिस प्रशासन से मांगी गई है। इसका आवेदन करने के बाद अब प्रोग्रेसिव रिपोर्ट तैयार कर एडफिस इंजीनियरिंग ने नोएडा प्राधिकरण को सौंप दी है।
कंपनी प्रबंधन ने बताया कि विस्फोट परीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद फाइनल विस्फोट का प्रारूप तैयार किया गया है। एपेक्स सियान टावर के नौ मीटर के दायरे में कंटेनर लगाने और विस्फोट कंपन कम करने के लिए बेसमेंट में डिबरीस कुशन लगा दिया गया है। गेल की पाइप लाइन बचाने के लिए 18 डायमीटर के सेफ गार्ड को लगा दिया गया है।
दोनों टावर को जियो टेक्सटाइल फाइबर से ढक दिया गया है, ताकि फाइनल विस्फोट के दौरान डिबरीस उड़कर बाहर न आए। यह भी बताया कि सुपरटेक की ओर से सुपरटेक एमराल्ट कोर्ट के तीन और एटीएस के चार टावरों का स्ट्रक्चरल आडिट कराया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट सात जुलाई तक प्रस्तुत की जाएगी।
होगी फाइनल बैठक
प्राधिकरण अधिकारी का कहना है कि फाइनल विस्फोट से पहले बैठक की जाएगी। जिसमें सभी एजेंसियों व सरकारी विभागों को बुलाया जाएगा। उसमें एडफिस इंजीनियरिंग और जेट डिमोलेशन कंपनी अपना प्रस्तुतिकरण देगी। जिसमें इमारत को गिराने और मलबा साफ करने तक का प्रोसेस होगा। इसके बाद 21 अगस्त को दोनों टावरों को विस्फोट के जरिये गिराया जाएगा।
20 दिन पहले करेंगे रिचार्ज
एडफिस इंजीनियरिंग अधिकारियों ने बताया कि अंतिम विस्फोट के लिए आवश्यक विस्फोटकों की अंतिम मात्र 3500 किलोग्राम आंकी गई है। इसे 100 मीटर के दो टावर एपेक्स-सियान के पिलर में डिल किया गया है, जिसमें नौ हजार छेद का काम पूरा कर लिया गया है। विस्फोटक के आते ही सुराखों को रिचार्ज करने (विस्फोटक लगाने) का काम शुरू कर दिया जाएगा। 20 पुलिसकर्मी परिसर की सुरक्षा करेंगे और केवल अधिकृत कर्मियों को ही प्रवेश की अनुमति देंगे।
500 से अधिक पुलिसकर्मी होंगे तैनात
टावरों के आसपास 500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा यातायात को लेकर 150 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की मांग की है। बता दें कि विस्फोट वाले दिन नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेस वे को 30 मिनट के लिए बंद किया जाएगा।
विस्फोट से पहले होगी फुल ड्रेस रिहर्सल
पुलिस अगस्त में फुल ड्रेस रिहर्सल करने की योजना बना रही है। इसमें टावरों के आसपास सुरक्षा उपायों के साथ आंतरिक सड़कों और पास के नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर यातायात प्रबंधन शामिल होगा।