नई दिल्ली: सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने आज अपने मार्च तिमाही ने नतीजे जारी कर दिए हैं। एलआईसी ने वित्त वर्ष 23 के चौथी तिमाही के लिए कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट में पांच गुना से अधिक 13,191 करोड़ रुपये की छलांग लगाई है। पिछले साल की समान तिमाही में एलआईसी ने 2,409 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था।
कुल आय में आई गिरावट
एलआईसी ने अपने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि मार्च तिमाही के दौरान एलआईसी की कुल आय पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,15,487 करोड़ रुपये से घटकर 2,01,022 करोड़ रुपये रह गई है। एलआईसी ने बताया की पहले साल के प्रीमियम से भी आय घटकर 12,852 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 14,663 करोड़ रुपये थी।
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रिन्यूवल प्रीमियम में बढ़ी आय
एलआईसी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया की समीक्षाधीन अवधि में रिन्यूवल प्रीमियम से आय एक साल पहले के 71,473 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 76,328 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एकल प्रीमियम 58,251 करोड़ रुपये से घटकर 43,252 करोड़ रुपये हो गया है।
बढ़ा नेट प्रॉफिट
एलआईसी ने वित्त वर्ष 23 के चौथी तिमाही के नतीजे जारी करते हुए बताया की एलआई का नेट प्रॉफिट पिछले वित्त वर्ष की तुलना में कई गुना बढ़ गया है। एलआईसी का प्रॉफिट पिछले वित्त वर्ष 22 में 4,125 करोड़ था जो अब बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 35,997 हो गया है।
डिविडेंड का एलान
एलआईसी के बोर्ड ने समाप्त वर्ष के लिए 10 रुपये के फेस वैल्यू के साथ 3 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। बीएसई पर आज एलआईसी का शेयर 593.55 रुपये या 0.61 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ। शेयरों की लिस्टिंग के बाद से अब तक निवेशकों के करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
पिछले साल आया था आईपीओ
पिछले साल, सरकार ने देश की अब तक की सबसे बड़ी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) की पेशकश कते हुए एलआईसी में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी को कम करके 20,557 करोड़ रुपये जुटाए थे।
एलआईसी के शेयर 949 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस पर बीएसई पर 8.62 प्रतिशत की छूट के साथ 867.20 रुपये पर लिस्ट हुए थे।