न्यूयॉर्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर कई सटीक हमले किए. इसे ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया. भारत की इस कार्रवाई के मद्देनजर अमेरिकी विदेश विभाग ने अमेरिकी नागरिकों को संघर्ष वाले क्षेत्र छोड़ने की सलाह दी है.
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, “अमेरिकी नागरिकों को आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की संभावना के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा के आस-पास के क्षेत्रों के लिए ‘यात्रा नहीं करें’ के परामर्श और आम तौर पर पाकिस्तान के लिए अमेरिकी विदेश विभाग की ‘यात्रा पर पुनर्विचार करें’ सलाह की याद दिलाई जाती है.” चेतावनी में कहा गया है, हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है और कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.
पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने अमेरिकी नागरिकों को सलाह दी कि, यदि वे सुरक्षित रूप से कर सकते हों तो सक्रिय संघर्ष वाले क्षेत्रों को छोड़ दें या किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें. इसमें कहा गया है कि अमेरिकी नागरिकों को सावधानी बरतनी चाहिए. और यदि आप खुद को अप्रत्याशित रूप से सैन्य गतिविधियों के आस-पास पाते हैं तो उस क्षेत्र को छोड़ दें. यदि स्थानांतरित नहीं हो सकते हैं तो आश्रय लें.
अमेरिकी विदेश विभाग ने मार्च में पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करने के लिए एक यात्रा परामर्श जारी किया था. परामर्श में कहा गया, ‘आतंकवाद के कारण बलूचिस्तान प्रांत और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत, जिसमें पूर्व संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र (एफएटीए) शामिल हैं, की यात्रा न करें और आतंकवाद तथा सशस्त्र संघर्ष की आशंका के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा के सन्निकट क्षेत्र की यात्रा न करें.’
बता दें कि बुधवार की सुबह, भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा, “हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ती प्रकृति की रही है. किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है. भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है.”