और एक-एक कर फटने लगी बाइक की टंकियां, ऐसा लग रहा था कि बम फट रहे हों… कुछ ऐसा ही मंजर था मेरठ के सरधना थाने का, जहां शनिवार रात भीषण आग लग गई. आग पहले थाने के मालखाने में लगी थी, लेकिन धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरे थाने को अपनी जद में ले लिया. वहीं, इस हादसे में 10 से ज्यादा बाइकें जलकर राख हो गईं. आग की चपेट में आने से तीन पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बताया जा रहा है कि आग की चपेट में आने से रिकॉर्ड रूम जल गया. इस दौरान मेस में रखे सिलेंडर में भी आग लग गई और सिलिंडर ब्लास्ट हो गया. सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग ने विकराल रूप ले लिया. फिर आग ने माल खाने के बाहर खड़ीं बाइकों को अपने चपेट में ले लिया. इसके बाद बाइक की टंकियां एक-एक कर फटने लगीं. धमाके की आवाज से थाने के आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया.
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सिलिंडर ब्लास्ट होने की वजह से भड़की आग
जानकारी के मुताबिक, शनिवार देर शाम सरधना थाना के मालखाने में प्रभारी हेमेंद्र सिंह और कॉन्स्टेबल सुमित बैठे हुए थे. गेट के बाहर मेस में 2 महिला पुलिसकर्मी खाना बना रही थीं. अचानक मालखाने में शॉर्ट सर्किट से चिंगारी उठी औऱ इससे बराबर में बने रिकॉर्ड रूम के कागज के सामान में आग लग गई.धीरे-धीरे आग थाने की मेस तक पहुंची और सिलेंडर फट गया.
हादसे में 3 पुलिसकर्मी जख्मी
इस हादसे में पुलिसकर्मी हेमेंद्र व सुमित बुरी तरीके से झुलस गए. पुलिसकर्मियों ने इसकी तत्काल सूचना फायर ब्रिगेड की टीम को दी. सूचना पर लगभग पौन घंटे बाद फायर ब्रिगेड की टीम आई. दरअसल, सरधना में कोई फायर स्टेशन नहीं है. इस कारण फायर ब्रिगेड को दूसरी जगह से बुलाया जाता है. स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर फायर ब्रिगेड की टीम जल्द पहुंच जाती तो आग पर समय रहते काबू पाया जा सकता था.
आग की सूचना मिलने के बाद मेरठ जोन के एडीजी राजीव सभरवाल, आईजी रेंज नचिकेता झा, एसएसपी रोहित साजवान समेत अन्य अधिकारी थाने की तरफ दौड़े. हादसे में झुलसे पुलिसकर्मियों का हाल जाना.