बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश केबुलंदशहर की अहार थाना पुलिस का अजीब कारनामा सामने आया है. यहां पुलिस ने एक युवती के साथ दुष्कर्म का ऐसा मामला दर्ज किया है, जिसमें एक आरोपी की 20 साल पहले मौत हो चुकी है तो दूसरा आरोपी 90 साल का बुजुर्ग है. इसके अलावा परिवार के छह अन्य लोगों को भी इस केस में नामजद आरोपी बनाया गया है. इनके खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने और शादी का दबाव बनाने पर मारपीट करते हुए शादी से इनकार करने का आरोप है. मुकदमे की जानकारी होने पर आरोपी परिवार के होश उड़ गए. सभी आरोपियों ने खुद एसएसपी ऑफिस पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है.
बताया कि जिस युवती ने यह केस दर्ज कराया है, उसे या उसके परिवार के किसी व्यक्ति को भी वह नहीं जानते. युवती ने यह मुकदमा क्यों दर्ज कराया, इसकी भी वजह उन्हें पता नहीं है. एसएसपी बुलंदशहर श्लोक कुमार ने आरोपी परिवार की गुहार पर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. उन्होंने इसकी जिम्मेदारी एडिशनल एसपी राकेश मिश्रा को दी है. आरोपी परिवार ने बताया कि युवती ने इस मुकदमे में चार पुश्तों को नामजद किया है. इसमें मुख्य आरोपी के परदादा थान सिंह जिनकी 20 साल पहले ही मौत हो चुकी है, उन्हें भी आरोपी बनाया गया है. इसी प्रकार उसके दादा सुखपाल जो 90 साल की आयु पूरी कर चुके हैं, वह भी आरोपी हैं.
उधर, पुलिस को दिए शिकायत में 19 वर्षीय पीड़िता के पिता ने बताया कि इस परिवार के 23 वर्षीय युवक ने उनकी बेटी को शादी का झांसा देकर दो साल तक रेप किया. वहीं हाल ही में जब उनकी बेटी ने शादी के लिए दबाव बनाया तो आरोपी ने अपने दो चचेरे भाइयों के साथ मिलकर गैंगरेप किया और मारपीट करते हुए शादी से इनकार कर दिया. यह वारदात 31 मई की है. इसके बाद उन्होंने खुद आरोपी के घर जाकर उसके परिजनों से शिकायत की तो उन लोगों ने भी मारपीट की. इस संबंध में छह जून को उन्होंने अपनी बेटी के साथ पुलिस में आकर शिकायत दी. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने सात जून को केस दर्ज किया है.
इधर, जैसे ही आरोपी परिवार को इस मुकदमे की जानकारी मिली, सभी लोग एसएसपी ऑफिस पहुंच गए. वहां एसएसपी श्लाेक कुमार से मिलकर अपना दर्द सुनाया. इसके बाद एसएसपी ने एडिशनल एसपी राकेश मिश्रा को मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं. इस एफआईआर के संबंध में एसएचओ अहार निशान सिंह ने बताया कि उन्होंने तो शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया है. इसमें आरोपियों के खिलाफ रेप, रायट और मारपीट के अलावा गाली गलौच के आरोप हैं. उन्होंने बताया कि मामले की विवेचना हो रही है, इसमें आरोप सही पाए जाएंगे तो चार्जशीट फाइल होगी. विवेचना के दौरान ही यह देखा जाएगा कि कौन आरोपी जिंदा है या मर चुका है या फिर किसी आरोपी की वारदात में भूमिका है या नहीं है.