गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सबसे बड़े चौराहे गौड़ चौक (किसान चौक या चार मूर्ति गोल चक्कर) पर अंडरपास बनेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अंडरपास बनाने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। नोएडा प्राधिकरण ने करीब 60 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट के चयन के लिए वीकेएस इंफ्राटेक मैनेजमेंट कंपनी का चयन किया है। कंपनी जल्द डिजाइन और टेंडर के दस्तावेजों पर काम शुरू कर देगी। इसके आधार पर टेंडर निकालकर निर्माणकर्ता कंपनी का चयन होगा, चयनित कंपनी इस अंडरपास का निर्माण करेगी। हालांकि, इस अंडरपास को बनाने का काम पर्थला चौक पर फ्लाईओवर का काम पूरा होने के बाद ही शुरू हो पाएगा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आबादी में लगातार इजाफा होता जा रहा है। यहां के सबसे व्यस्त चौराहे पर ट्रैफिक का लोड भी बढ़ रहा है। मौजूदा समय में जाम की समस्या न हो, इसके लिए अस्थायी विकल्प के तौर पर चौराहे के दोनों तरफ दो यूटर्न बने हैं।
सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट्स से किया था चौराहे का सर्वे
गौड़ सिटी की ओर से सूरजपुर या नोएडा को जाने वाले वाहन 130 मीटर रोड पर बने यूटर्न से होकर जाते हैं। ऐसे ही 130 मीटर रोड या सूरजपुर की ओर से गौड़ सिटी और प्रताप विहार को जाने वाले वाहन नोएडा की ओर बने यूटर्न से होकर जाते हैं। इसका स्थायी समाधान कराने को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट्स से इस चौराहे का सर्वे कराया था। एजेंसी ने यहां पर अंडरपास के निर्माण का सुझाव दिया था। अंडरपास चौराहे पर 130 मीटर रोड को क्रॉस करते हुए 60 मीटर रोड के पैरलल निर्माण किया जाएगा। यानी प्रताप विहार से सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा के बीच वाहन इस अंडरपास से होकर निकलेंगे। यू-टर्न तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
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वीकेएस इंफ्राटेक मैनेजमेंट कंपनी का चयन
इससे वाहन चालकों के ईंधन और समय दोनों की बचत होगी। हाल ही में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इस चौराहे पर अंडरपास बनाने के लिए कंसलटेंट कंपनी का चयन जल्द करने के निर्देश जारी किए थे। ग्रेनो प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली ने बताया कि टेंडर के जरिए से वीकेएस इंफ्राटेक मैनेजमेंट कंपनी का चयन कर लिया है। अब यह कंपनी इस अंडरपास का डिजाइन और टेंडर दस्तावेज के साथ निर्माणकर्ता कंपनी का चयन करेगी। इसके अलावा निर्माण के दौरान यही कंपनी निगरानी भी करेगी।
दो वर्ष में पूरा करना होगा अंडर पास का निर्माण
उन्होंने बताया कि काम शुरू होने के बाद दो वर्ष में निर्माण पूरा कराना होगा। ग्रेनो वेस्ट में आबादी का दबाव बढ़ रहा है। साथ ही, किसान चौक पर वाहनों का अत्याधिक लोड़ बढ़ने लगा है। समस्या का अस्थायी समाधान करते हुए गौड़ चौक पर तीन वर्ष से डायवर्जन व्यवस्था लागू किया हुआ है। अंडरपास बनाकर जाम से निपटा जाएगा। ऐसे में अंडरपास निर्माण के दौरान वैकल्पिक मार्ग के लिए ट्रैफिक पुलिस से मदद ली जाएगी। योजना पर करीब 60 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अंडरपास का निर्माण प्रताप विहार से सूरजपुर वाले रोड पर होगा।