नई दिल्ली। रोहिणी सेक्टर आठ में रेहड़ी पर फल बेचने वाले विक्रेता अर्जुन भगत ने दिल्ली पुलिस के एक सिपाही पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस आयुक्त नार्दन रेंज विवेक किशोर को पत्र लिखकर शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि हफ्ता न देने पर सिपाही ने उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए थाने ले जाकर बुरी तरह से उसकी पिटाई की। थाने के सीसीटीवी कैमरे में मारपीट की तस्वीरें कैद हैं।
पीड़ित की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच शुरू कर दी गई है। पत्र में पीड़ित अर्जुन भगत ने आरोप लगाया है कि सिपाही प्रवीन अक्सर उससे फल ले जाता था, लेकिन पैसे नहीं देता था। रेहड़ी लगाने के एवज में वह उससे एक हजार रुपये महीना भी लेता है। पिछले दिनों जब उसने सिपाही को पैसे देने से इन्कार किया तो उसे रोहिणी सेक्टर आठ मार्केट कांप्लेक्स स्थित पुलिस बूथ में ले जाकर सिपाही और उसके एक अन्य साथी ने गाली-गलौज और मारपीट की। दो घंटे बाद उसे अंबेडकर अस्पताल ले जाकर कुछ कागजातों पर अंगूठे का निशान भी लगवा लिया। बाद में देर रात उसे रोहिणी सेक्टर सात थाने लाकर बंद कर दिया गया। अगले दिन एसीपी तक बात पहुंचने पर उसे छोड़ा गया।
पड़ोसी राज्यों से सिर्फ बीएस-6 अनुपालन वाली बसों को ही चलाने की मांग
दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्यों से अनुरोध किया है कि वे अंतर-राज्यीय मार्गों पर चलने वाली और दिल्ली के लिए निर्धारित केवल बीएस-6 अनुपालन वाली बसों को ही तैनात करें। राज्य सरकार ने चिट्ठियों में लिखा है कि दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से सीएनजी पर चला गया है। दूसरे राज्यों से शहर में आने वाली बसों में डीजल का इस्तेमाल जारी है।
एक पत्र में उल्लेख किया गया है कि पड़ोसी राज्यों सहित सभी हितधारकों के प्रदूषण प्रयासों पर नियंत्रण के संबंध में एक ठोस परिणाम प्राप्त करने की आवश्यकता है। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से उन्होंने बीएस-6 बसों को शेड्यूल करने का अनुरोध किया है। अन्य राज्यों से दिल्ली के अंतरराज्यीय बस टर्मिनलों पर आने वाली अधिकांश बसें वर्तमान में न केवल डीजल से चलती हैं, बल्कि अच्छी स्थिति में भी नहीं हैं।