गोरखपुर। गोरखपुर जिले के पहले गैंगस्टर डाक्टर परिवार की 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क होगी। तिवारीपुर थाना पुलिस की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने आरोपितों की चिन्हित हुई भूमि, भवन, नर्सिंग कालेज व आठ वाहनों को कुर्क करने का आदेश दिया है। अलग-अलग बैंकाें में स्थित आरोपितों के 15 से अधिक बैंक खातों के संचालन पर भी जिलाधिकारी ने रोक लगा दी है। बिना मान्यता के नर्सिंग कालेज में छात्रों का प्रवेश लेकर जालसाजी करने का आरोपित डा. अभिषेक उसकी पत्नी समेत पांच आरोपित इस समय जेल में हैं।
बिना मान्यता के राज नर्सिंग कालेज में प्रवेश लेकर की थी जालसाजी
पिपराइच के तुर्रा बाजार स्थित राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कालेज के संचालक डा. अभिषेक यादव ने कूटरचित दस्तावेज कर शासन से मान्यता मिलने की जानकारी देकर नर्सिंग कालेज में छात्र-छात्राओं का प्रवेश ले लिया था।शिकायत पर शासन के संयुक्त सचिव अनिल कुमार सिंह ने आठ जनवरी 2022 को कोतवाली थाने में राज नर्सिंग कालेज के संचालक पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया था। जालसाजी की जानकारी होने पर ठगी के शिकार छात्रों के स्वजन ने भी तहरीर दी थी। कालेज पर ताला लगाने के साथ ही अधिकारियों ने आरोपितों के खिलाफ पिपराइच थाने में भी मुकदमा दर्ज कराया।
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इन लोगों पर है पुलिस की नजर
कोतवाली थाना पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला कि दुर्गाबाडी निवासी डा. अभिषेक यादव उसकी पत्नी डा. मनीषा यादव, शाहपुर के बशारतपुर में रहने वाली बहन डा. पूनम यादव, अपने साथी शक्तिनगर निवासी डा. सी प्रसाद उर्फ चौथी, बस्ती जिले के लालगंज,खोरिया निवासी शोभितानंद यादव, गुलरिहा थानाक्षेत्र के करमहा निवासी श्यामनरायण मौर्य व मोगलहा निवासी विशाल त्रिपाठी के साथ मिलकर 2015 से यह गिरोह चला रहे हैं।
कोतवाली में दर्ज है गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा
एसएसपी के आदेश पर कोतवाली थाना पुलिस ने 16 सितंबर को आरोपितों के खिलाफ कोतवाली थाने में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी विवेचना तिवारीपुर थाना पुलिस कर रही है।17 सितंबर को गैंगस्टर की आरोपित डा. मनीषा यादव, डा. पूनम यादव, श्यामनारायण मौर्य व शोभितानंद को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था।मुख्य आरोपित डा. अभिषेक यादव लखनऊ में दर्ज जालसाजी के मुकदमे में पहले से ही जेल में है।
आरोपितों पर दर्ज है 14-14 मुकदमें
पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ कोतवाली थाने में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने और धमकी देने के 14-14 मुकदमें दर्ज हैं।सभी मुकदमें वर्ष 2015 में दर्ज हुए थे जिसमें पुलिस ने एफआर (अंतिम रिपोर्ट) लगा दिया था।डा. अभिषेक यादव के खिलाफ कोतवाली व पिपराइच थाने के अलावा लखनऊ में मुकदमा दर्ज होने के बाद सभी मुकदमों की छानबीन शुरू हुई तो पुलिस ने वर्ष 2015 में दर्ज हुए मुकदमों की फाइल भी खोल दी।जांच में आरोप की पुष्टि होने पर कोतवाली थाना पुलिस ने न्यायालय में अंतिम रिपोर्ट भेजने के साथ ही गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया।
कोतवाली, पिपराइच व चिलुआताल में है संपत्ति
गैंगस्टर के आरोपित डा. अभिषेक यादव उसकी पत्नी डा. मनीषा और बहन डा. पूनम यादव के नाम से कोतवाली थानाक्षेत्र के दुर्गाबाड़ी, चिलुआताल के नकहा नंबर दो और पिपराइच के जंगल अहमद अली शाह उर्फ तुर्रा में भूमि, भवन है।आरोपितों के आठ वाहन है जिसे पुलिस कब्जे में लेगी।
जिले की सबसे बड़ी कुर्की
गैंगेस्टर एक्ट में डा. अभिषेक यादव एवं उसके परिवार की संपत्ति की कुर्क करने की कार्यवाही पिछले दो महीने से चल रही थी। यह जिले की अब तक की सबसे बड़ी कुर्की होगी। प्रशासन ने 50 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति चिह्नित कर ली है। प्रक्रिया जारी है। यह आंकड़ा 100 करोड़ तक पहुंच सकता है।
डा. अभिषेक यादव की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया गया है। जल्द ही तहसील एवं स्थानीय थाने की पुलिस इस संबंध में कार्रवाई करेगी। गिरोह बनाकर अपराध करने वालों पर इस तरह की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। – कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी।
प्रबंधक जेल में हैं। उनके खाते सीज हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि कालेज की संपत्ति जब्त कर छात्रों की फीस वापस कराई जाएगी। इससे राहत तो मिलेगी लेकिन हमारी समस्या का हल नहीं होगा। हमारी शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए। कालेज के फर्जीवाड़े से अनेक छात्रों का भविष्य बर्बाद हो गया है। – संदीप गुप्ता, छात्र।
हम लोग तो अब कालेज को भूल ही चुके हैं। बहुत सारे बच्चों का भविष्य खराब हो गया है। धरना-प्रदर्शन सब किए, कोई लाभ नहीं हुआ। इससे हमारी फीस वापस मिलने की उम्मीद जगी है। या तो फीस वापस करा दी जाए या फेकेल्टी द्वारा परीक्षा कराकर हम लोगों का किसी कालेज में नामांकन करवा दिया जाए। – सुनील, छात्र।