नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो रूट को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) ने मंजूरी दे दी है। इस फाइल को मंजूरी के लिए अब केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। पीआईबी ने परियोजना के बजट में 260 करोड़ रुपये की कटौती कर दी है। अब यह परियोजना 2197 करोड़ 49 लाख रुपये में तैयार होगी।
मेट्रो लाइन नोएडा के सेक्टर-51 से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 तक जाएगी। यह रूट 14.958 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 9 स्टेशन होंगे। पहले चरण में नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेनो वेस्ट के सेक्टर-2 तक मेट्रो चलेगी। इसमें पांच स्टेशन होंगे। नोएडा क्षेत्र में सेक्टर-122 और सेक्टर-123 जबकि ग्रेनो वेस्ट के क्षेत्र में सेक्टर-4 ,ईकोटेक-12 और सेक्टर-2 में स्टेशन बनाए जाएंगे।
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इस कॉरिडोर की लंबाई 9.605 किलोमीटर होगी। एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि पीआईबी ने इस मेट्रो रूट पर लोगों की उपयोगिता, परियोजना पर आने वाले खर्च, इंफ्रास्टक्चर आदि बिंदुओं पर अध्ययन किया। सभी चीजों का आंकलन करने के बाद पीआईबी ने इस रूट को मंजूरी दी है।
परियोजना के लिए केंद्र को 370 करोड़ देने होंगे
परियोजना पर खर्च होने वाले पैसे में 20 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार को देना है। इसलिए केंद्र की मंजूरी जरूरी है। अधिकारियों ने बताया कि खर्च होने वाले कुल 2197 करोड़ 49 लाख में से 20 प्रतिशत के हिसाब से 370 करोड़ 56 लाख रुपये केंद्र सरकार को देने होंगे। बाकी पैसा यूपी सरकार, नोएडा प्राधिकरण और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण वहन करेंगे।
अगले साल मार्च तक काम शुरू होने की उम्मीद
पीआईबी की मंजूरी के बाद कैबिनेट की मुहर लगनी बाकी है। इस रूट की मंजूरी के लिए यह अंतिम प्रक्रिया होगी। अधिकारियों की मानें तो इस महीने या अगले महीने कैबिनेट से मंजूरी मिलने की उम्मीद है। मंजूरी मिलते ही निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। टेंडर प्रक्रिया में कंपनी का चयन हो जाता है तो मार्च-अप्रैल तक काम शुरू हो सकता है।