नोएडा। Graded Response Action Plan: ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू होने से पहले टूटी व जर्जर सड़कों की मरम्मत होगी। जिलाधिकारी ने नोएडा प्राधिकरण को खराब सड़कों को चिह्नित कर मरम्मत कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही तीनों प्राधिकरण को ग्रेप के दौरान बढ़ते प्रदूषण को रोकने की तैयारियों को लेकर 30 सितंबर तक नोडल अधिकारी नियुक्त कर रिपोर्ट देने को कहा है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर यहां पर ग्रेप के तहत पाबंदियां लागू होंगी। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के आदेश पर लागू होने वाले ग्रेप के तहत बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए तैयारियां शुरू हैं। नोएडा के अलग-अलग क्षेत्रों में सड़कें टूटी व जर्जर हैं। इससे यातायात जाम की स्थिति बन रही है।
इससे हवा में पार्टिकुलेट मैटर (2.5) की मात्रा बढ़ रही है। सर्दियों में हवा की गति थमने से शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खराब स्थिति में पहुंच जाता है। जिलाधिकारी की ओर से 28 विभागों को ग्रेप के तहत प्रदूषण को कम करने के लिए पत्र लिखा गया है।
स्टेज एक में लागू होने वाले ग्रेप की तरह अलग-अलग चरणों में पाबंदियां बढ़ती जाएंगी। चरण-4 में निर्माण व तोड़फोड़ कार्यों पर रोक सहित डीजल जेनरेटर के संचालन पर भी पूरी तरह से रोक रहेगी।
इसके चलते औद्योगिक सेक्टरों में कार्य समेत सोसायटियों में किसी तरह की परेशानियों से नहीं जूझना पड़े, इसके लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए निर्देशित किया गया है। वर्क सर्किल अधिकारी करेंगे सर्वे, चिह्नित होंगे हॉटस्पाट: जर्जर व टूटी सड़कों को लेकर नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के वर्क सर्किल अधिकारी सर्वे कराकर अपनी रिपोर्ट नोएडा प्राधिकरण को देंगे।
प्रदूषण वाली जगह हॉटस्पाट होगी घोषित
नोएडा प्राधिकरण से अंतिम रिपोर्ट व सड़कों की मरम्मत को लेकर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, लगातार हो रही वर्षा से जिले में प्रदूषण का स्तर अभी नियंत्रित है। शहर में अलग-अलग क्षेत्रों में जहां प्रदूषण सर्वाधिक है, वहां प्रदूषण विभाग रिपोर्ट तैयार कर हॉटस्पाट घोषित करेगा। इन क्षेत्रों में प्रदूषण की मुख्य वजह क्या है, यह भी विभाग की रिपोर्ट में दर्शाया जाएगा।
सीएक्यूएम ने जारी किया संशोधित आदेश कमिशन फार एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) के आदेश पर एक अक्टूबर से लागू होने वाला ग्रेप अब दिल्ली के एक्यूआई पर निर्भर है। ग्रेप में दिल्ली के एक्यूआई से चार चरण पर निगरानी होगी। पहले चरण में एक्यूआई 201 से 300 के बीच में रखा गया है।
दूसरा चरण 301 से 400 के बीच में होने पर लागू होगा। एक्यूआई 401 से 450 के बीच में होने पर तीसरे चरण पर निगरानी होगी। एक्यूआई 450 से ज्यादा होने पर चौथे चरण पर ग्रेप की पाबंदियां लागू होंगी। डीजल जेनरेटर का संचालन आपातकालीन स्थिति में ही हो सकेगा।
टूटी सड़कों की वजह से लग रहा भीषण जाम
नोएडा (Noida News) के सेक्टर में जगह-जगह सड़कों पर बने गड्ढों की वजह जाम लग रहा है। एनएच-नौ पर प्रतिदिन यातायात जाम से हवा में धुएं के कण घुल रहे हैं और प्रदूषण की वजह बन रहे हैं। सेक्टरों में जगह-जगह सड़कें टूटी व उखड़ी हैं।