मुरादाबाद। मुरादाबाद के छजलैट के 14 साल पुराने मामले में मुख्य आरोपित सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म समेत अन्य आरोपितों को गुरुवार को कोर्ट में बचाव में साक्ष्य प्रस्तुत करने थे। लेकिन, अधिवक्ता का निधन होने से कचहरी में शोक घोषित कर दिया गया था। जिसके चलते अधिवक्ताओं ने काम-काज नहीं किया और सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस मामले में सुनवाई के लिए सात नवंबर की तारीख दी गई है।
आजम खां की गांड़ी को चेकिंग के लिए रोका था
छजलैट थाना क्षेत्र में 29 जनवरी 2008 को सपा नेता आजम खां की गाड़ी में लगी काली पन्नी हटाने को लेकर पुलिस से विवाद हुआ था। कार्रवाई के विरोध में आजम खां सड़क पर बैठ गए थे। मामले की जानकारी होते ही आस पास के जनपदों से भी सपा नेता समर्थन में पहुंच गए थे।
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आजम के बेटे अब्दुल्ला समेत नौ नेता हैं आरोपित
इस मामले में आजम खां, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम सहित नौ सपा नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आजम खान के अधिवक्ता शाहनवाज ने बताया कि गुरुवार को एमपी एमएलए कोर्ट में सपा नेता आजम खान और अन्य आरोपित को अपने बचाव में साक्ष्य प्रस्तुत करने थे।
अधिवक्ता के निधन से कचहरी शोक
अधिवक्ता की मृत्यु होने से शोक घोषित हो गया, जिसके चलते सुनवाई नहीं हो सकी। विशेष लोक अभियोजक मोहन लाल विश्नोई ने बताया कि आरोपित सपा नेता आजम खान और अब्दुल्ला आज़म, महबूब अली की ओर से स्थगन प्रार्थना पत्र दिया गया है।
कोर्ट ने स्वीकार किया स्थगन प्रस्ताव
इस मामले के अन्य आरोपित पूर्व विधायक हाजी इकराम कुरैशी, नूरपुर सपा विधायक नईम ऊल हसन, पूर्व महानगर अध्यक्ष राजकुमार प्रजापति, राजेश यादव, डी पी यादव कोर्ट में पेश हुए थे। कोर्ट ने स्थगन प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई के लिए सात नवंबर की तारीख दी है।