नोएडा। पत्नी, गर्लफ्रेंड या किसी करीबी महिला मित्र के साथ अगर आप शहर के होटल में ठहर रहे हैं तो यह खबर आपको सावधान करने वाली है। नोएडा के फेज तीन कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो कपल्स के निजी पलों के वीडियो और फोटो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल कर वसूली करता था। पुलिस ने गिरोह के चार शातिरों को दबोचा है।
25 दिनों तक कमरे में लगा रहा कैमरा
कपल्स से पैसे वसूलने वाले गिरोह के चार शातिरों ने अपना अपना काम बांट रखा था। गाजियाबाद के खोड़ा के अब्दुल वहाब और गढ़ी चौखंडी के विष्णु सिंह ने बीते दिनों कोतवाली क्षेत्र स्थित ओयो से संबंधित एक होटल में कमरा बुक कराया और चुपके से वहां 25 दिन के लिए होल्डर कैमरा लगा दिया। इस दौरान कई लोग इस कमरे में ठहरे और उनकी निजी तस्वीरें और वीडियो इसमें कैद होती रही। कुछ समय बाद दोनों ने होटल में फिर वही कमरा बुक कराया और कैमरा निकाल लिया।
आपत्तिजनक स्थित में कपल के बनाए वीडियो
कैमरे में एक ऐसे कपल की वीडियो कैद हुई जो कमरे में आपत्तिजनक स्थिति में थे। इसके बाद दोनों शातिरों ने संबंधित कपल के पास वीडियो और तस्वीर भेजी और उसे इंटरनेट मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर प्रसारित करने की धमकी देते हुए डेढ़ लाख रुपये की मांग की। वीडियो में दिख रही युवती ने आरोपितों को 17 हजार रुपये की पहली किस्त भेज भी दी।
पीड़ितों ने पुलिस से मांगी मदद
फिर पैसे की मांग और बढ़ने लगी तो पीड़ित कपल ने मामले की शिकायत संबंधित कोतवाली पुलिस से की। इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर दोनों आरोपितों सहित कुल चार शातिरों को दबोच लिया। गिरोह में शामिल एक आरोपित अभी भी फरार चल रहा है। आरोपितों के कब्जे से 11 लैपटाप, सात सीपीयू, 21 मोबाइल, 22 एटीएम कार्ड, पैनकार्ड और आधार कार्ड सहित अन्य उपकरण और दस्तावेज बरामद हुए हैं।
दो अन्य गिरोह का पता चला
दोनों आरोपितों ने पूछताछ के दौरान दो अन्य गिरोह के बारे में जानकारी दी। सूचना के आधार पर छिजारसी के पंकज और गाजियाबाद के विजयनगर के अनुराग कुमार सिंह को भी दबोचा गया। एडिशनल डीसीपी साद मियां खां ने बताया कि पंकज भोले-भाले लोगों को नौकरी दिलाने के बहाने उनके बैंक खाते खुलवाता था और सिम एक्टीवेट कराकर अवैध धंधे में संलिप्त शातिरों को सिम और खाते उपलब्ध करा देता था।
वहीं अनुराग अनधिकृत काल सेंटर चलाकर आइफोन ओएलएक्स के माध्यम से अपनी दुबई की कंपनी का बताकर सस्ते दामों पर देने का झांसा लेकर लोगों को फंसाता था। इस प्रकार दोनों ने लोगों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी की है। अनुराग अपने साथियों के साथ मिलकर आठ काल सेंटर संचालित करता था, जिससे करीब दो लाख रुपये की कमाई रोजाना होती थी। अवैध काल सेंटर पिछले दो साल से संचालित हैं।
पूरे देश में फैला है जाल
कोतवाली प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि पंकज और उसका साथी, जो फरार है, मिलकर अवैध धंधे के कारोबार में शामिल लोगों को दूसरे व्यक्तियों के नाम पर रजिस्टर्ड खाते और सिम उपलब्ध कराते थे।