अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में समुदाय विशेष के छात्रों द्वारा एक हिन्दू युवक के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि आरोपी अपने जूते पर पीड़ित से नाक रगड़वा रहे हैं. यह घटना करीब एक महीने पहले की है. पीड़ित के मुताबिक उसने तत्काल पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने उल्टा उसे ही लॉकअप के अंदर कर दिया था. अब वीडियो वायरल होने के बाद करणी सेना के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने अलीगढ़ पुलिस से कार्रवाई की मांग की है.
उन्होंने चेतावनी दी है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो उनका संगठन सड़क पर उतरने को बाध्य होगा. उधर, पीड़ित आकाश ने बताया कि वह महेशपुर गांव का रहने वला है. पिछले महीने एएमयू के छात्र नेता फरहान ने उसे पकड़ लिया था. उसने जबरन शराब पिलाने की कोशिश की. वहीं मना करने पर आरोपी उसे जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर एएमयू के सुलेमान हॉल के कमरे में ले गया. जहां 10-12 लड़के पहले से मौजूद थे.
इन लोगों ने उसके साथ मारपीट करते हुए जूते पर नाक रगड़वाए और इसका वीडियो बनाया. पीड़ित आकाश ने बताया कि आरोपियों ने उसका मोबाइल फोन तक छीन लिया था. करीब घंटे भर प्रताड़ित करने के बाद आरोपियों ने उसे छोड़ा तो उसने पुलिस में शिकायत दी. पीड़ित के मुताबिक जब वह शिकायत लेकर थाने पहुंचा तो पुलिस ने उल्टा उसे ही थाने में बंद कर दिया. बड़ी मुश्किल से उसने पुलिस को पूरा घटनाक्रम समझाया, इसके बाद पुलिस ने 151 की कार्रवाई कर उसे छोड़ दिया.
इसी मामले में एएमयू के प्रॉक्टर डॉ. वसीम अली खान का भी एक बयान सामने आया है. इसमें वह वह कह रहे हैं कि उन्हें इस तरह का एक वीडियो तो मिला है, लेकिन इसमें कंफर्म नहीं हो रहा कि वीडियो किस जगह का है. उन्होंने बताया कि उनकी टीम इस मामले की जांच करा रही है. इसमें पता किया जा रहा है कि यह घटना यूनिवर्सिटी के अंदर का है या बाहर का.
इसके साथ ही यह भी पता किया जा रहा है कि जिसके साथ मारपीट हो रही है वह कौन है और इसके साथ मारपीट करने वाले लोग कौन हैं. उन्होंने अपने बयान में कहा कि यदि यह घटना कैंपस के अंदर की पायी जाती है और इसमें किसी छात्र की भूमिका मिलती है तो उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी. लेकिन इसके लिए पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं.