ग्रेटर नोएडा: चौरोली गांव में तीन बकरियों की मौत के मामले में किसी जंगली जानवर के निशान वन विभाग को नहीं मिले हैं। जांच के दौरान पता चला है कि एक बकरी का थन व बकरे का लिंग काटा गया। ऐसे में किसी तांत्रिक द्वारा घटना को अंजाम देने की आशंका जताई जा रही है।
गांव निवासी महिला राजेश की आर्थिक स्थित काफी खराब है। उनके पति राम सिंह की मृत्यु पहले हो चुकी है। राजेश लकवा की मरीज हैं। बकरी पालकर अपना जीवन यापन करती हैं। शुक्रवार रात उनकी तीन बकरियों को मौत के घाट उतार दिया तथा दो बकरियों को घायल कर दिया। शनिवार सुबह जंगली जानवर आने की बात गांव में फैल गई थी। इस कारण ग्रामीण दहशत में आ गए। जिला वन अधिकारी प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया घटना की जानकारी के बाद विभाग की टीम ने गांव व आस-पास निरीक्षण किया था। घटना स्थल व आस-पास किसी जंगली जानवर के पंजे के निशान नहीं मिले। टीम ने मारे गए तीनों जानवर के शव की जांच की। जांच के दौरान पता चला कि तीनों में से एक बकरी का थन काट दिया गया। एक बकरे का लिंग भी काटा गया था। अन्य जानवरों पर भी हथियार से ही हमला हुआ था। इससे तांत्रिक क्रिया के बाद हत्या किए जाने की आशंका लगा रही है। जंगली जानवर किसी एक पर ही हमला कर उसे शिकार बनाता है। मारने के बाद छोड़ने की बजाय उसे खा जाता है। यहां पर तीन बकरियों की हत्या की गई और दो पर हमला। कोई जानवर इस प्रकार से हमला नहीं करता है। टीम के लोगों ने ग्रामीणों से भी बात की, किसी ने भी जंगली जानवर को देखने की बात से इन्कार किया है।