नई दिल्ली: बुधवार रात डेढ़ बजे, भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में फैले आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए. इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया, जो तीनों सेनाओं का एक संयुक्त अभियान था. भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में स्थित 4 और पीओके में स्थित 5 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया.
भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) ने इन सभी ठिकानों की सटीक पहचान की थी, जिसके बाद पूरी योजना के साथ लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों पर हमला किया गया. आइए जानते हैं ये कौन-कौन से ठिकाने थे और इंटरनेशनल बॉर्डर से कितनी दूरी पर स्थित थे:
पाकिस्तान में स्थित ठिकाने:
बहावलपुर: अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित यह ठिकाना जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्यालय था. भारतीय सेनाओं ने इसे पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया. बहावलपुर, JeM के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र था और यहां से भारत में आतंकी गतिविधियों का संचालन किया जाता था.
मुरीदके: यह आतंकी ठिकाना अंतरराष्ट्रीय सीमा से 30 किलोमीटर दूर स्थित था. यह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का शिविर था, जिसका संबंध 26/11 मुंबई हमलों से था. मुरीदके LeT के लिए आतंकियों को प्रशिक्षित करने और उन्हें भारत में भेजने का एक अहम अड्डा था.
सरजाल कैंप (सियालकोट के पास): सांबा-कठुआ के सामने अंतरराष्ट्रीय सीमा से 8 किलोमीटर दूर स्थित यह जैश का प्रशिक्षण केंद्र था. यह कैंप आतंकियों को हथियारों का प्रशिक्षण देता था और उन्हें भारत में घुसपैठ के लिए तैयार करता था.
मेहमूना कैंप (सियालकोट के पास): यह हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर था और अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था. हिज्बुल मुजाहिदीन, जम्मू-कश्मीर में सक्रिय एक आतंकवादी संगठन है, और यह शिविर उनके लिए नए लड़ाकों को तैयार करने का काम करता था.
पीओके में स्थित ठिकाने:
गुलपुर: यह आतंकी ठिकाना नियंत्रण रेखा (LoC) (पुंछ-राजौरी) से 35 किलोमीटर दूर स्थित था. गुलपुर में स्थित कैंप अक्सर सीमा पार घुसपैठ के लिए आतंकियों के लॉन्चिंग पैड के रूप में इस्तेमाल होता था.
लश्कर कैंप सवाई: यह आतंकी ठिकाना पीओके के तंगधार सेक्टर के अंदर 30 किलोमीटर दूर स्थित था. यह लश्कर का एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण केंद्र था, जहां बड़ी संख्या में आतंकियों को प्रशिक्षित किया जाता था.
कोटली: एलओसी से 15 किलोमीटर दूर स्थित लश्कर का यह शिविर 50 से अधिक आतंकियों की क्षमता वाला ठिकाना था. यह क्षेत्र में लश्कर की गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र था.
बरनाला कैंप: यह आतंकी ठिकाना LoC से 10 किलोमीटर दूर स्थित था. यह कैंप सीमा पार घुसपैठ की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए जाना जाता था.