लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के सीनियर अधिकारी राज कुमार विश्वकर्मा को सूबे का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है. दरअसल, 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी को डीजीपी के पद पर स्थायी नियुक्ति नहीं होने तक डीजीपी पद की जिम्मेदारी दी गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, आरके विश्वकर्मा 1988 बैच के आईपीएस से आते हैं. उनके आज से ही कार्यभार संभालने की उम्मीद जताई जा रही है.
वहीं, आईपीएस डॉक्टर आर.के. विश्वकर्मा ने पूर्व डीजीपी डी.एस. चौहान से यूपी पुलिस के नए डीजीपी के रूप में पदभार ग्रहण किया. इस दौरान नए कार्यवाहक डीजीपी विश्वकर्मा ने कहा कि प्रदेश से माफियाओं का सफाया, अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस, तकनीकी केंद्रित पुलिसिंग और नागरिकों की सेवा करना ही उनकी सबसे पहली प्राथमिकता होगी.
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रिटायरमेंट से 2 महीनें पहले मिली DGP पद की जिम्मेदारी
दरअसल, आईपीएस राज कुमार विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी पद की जिम्मेदारी उनके रिटायरमेंट से ठीक दो महीनें पहले की गई है. जोकि साल 2023 में होने वाली थी. गौरतलब है कि, आईपीएस राज कुमार विश्वकर्मा पूर्व डीजीपी मुकुल गोयल के बाद दूसरे सबसे सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं. बता दें कि,यूपी के डीजीपी डीएस चौहान का कार्यकाल आज पूरा हो गया है. वे डीजीपी समेत कई पदों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
6 IPS अफसरों का हुआ प्रमोशन
वहीं, मिली जानकारी के मुताबिक, साल 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी एमके बशाल, तनूजा श्रीवास्तव, आईपीएस प्रशांत कुमार, सतीश माथुर के अलावा अंजू गुप्ता और सुभाष चंद्रा को भी एक रैंक का प्रमोशन मिला है. जहां यूपी सरकार ने इन सभी अधिकारियों को भी स्पेशल डीजी बनाया है.
दमकल की गाड़ियों में से सैनिटाइजेशन काम किया था शुरू
बता दें कि, आईपीएस राजकुमार विश्वकर्मा इससे पहले डीजी फायर सर्विस की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. वहीं, कोरोना काल के दौरान सीएम योगी के आदेश परडीजी फायर सर्विस पद की जिम्मेदारी संभालते ही विश्वकर्मा के सामने फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से सैनिटाइजेशन कराने के चुनौती थी.