हैदराबाद: बॉलीवुड जहां अपनी फिल्मों के लिए लाइमलाइट में छाया रहता है, तो वहीं कभी-कभी वह अपने कुछ अहम मुद्दों पर चुप्पी साधने को लेकर भी सुर्खियों में आ जाता है. कई बार यह सवाल उठा है कि बॉलीवुड सरकार के खिलाफ क्यों नहीं कुछ बोलता है? इसी सवाल का जवाब मशहूर स्क्रिन राइटर, गीतकार और कवि जावेद अख्तर ने दिया है. उन्होंने इसके पीछे की असल वजह बताई है. तो चलिए जानते हैं कि इस सवाल पर जावेद अख्तर का क्या कहना है…
एक यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू में जावेद अख्तर से यह पूछा कि पहले के एक्टर्स सरकार के प्रति अपनी आवाज उठाते थे, लेकिन आज के दिनों में कोई स्टार क्यों नहीं आवाज उठाते हैं? इस पर जावेद अख्तर कहते हैं, ‘क्या वाकई आप इसके बारे में जानना चाहते हैं, क्या आपको इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं हैं?’ इस पर इंटरव्यूअर हामी भरता है.
जावेद अख्तर इसके बारे में बात करते हुए बताते हैं, ‘ये तो कुछ भी नहीं है. इनके नाम बहुत हैं मगर इनका क्या है इकोनॉमिक स्टेट? इन सारी फिल्म इंडस्ट्री को एक मीडिल क्लास इंडस्ट्री अपने जेब में रख सकता है. जो बड़ा आदमी है, जिसके पास पैसा है उनमें से कौन बोलता है? कोई है, कोई है, जो डिफेंस करता हो कौन है, कोई है? वहां इतने बड़े-बड़े एम्पायर्स हैं.’
इस पर इंटरव्यूअर कहता है, ‘क्योंकि वहां ईडी पहुंच जाएंगी? क्या आपका नजरिया उसपर है?’ इस पर जावेद अख्तर कहते है, देखते तो हम कुछ ऐसे ही हैं हम. मेरिल स्ट्रीप ने (अमेरिकी सरकार के खिलाफ) इतना बड़ा बयान दिया ऑस्कर में, लेकिन उस पर इनकम टैक्स की रेड नहीं हुई. तो ये इनसिक्योरिटी, वो असली है या नहीं है मैं इस बहस में क्यों पड़ू, परसेप्शन तो यही है. तो अगर ये परसेप्शन, ये दहशत दिल में होगी तो आदमी डरेगा. भाई कहां ईडी आ जाएगी, सीबीआई आ जाएगी, इनकम टैक्स आ जाएगा. हमारी फाइलें खोल देंगी, हमसे पूछताछ करेगी. तो ये सारी समस्याएं है. ये समस्याएं फिल्म इंडस्ट्री की नहीं है, ये समस्याएं फिल्म इंडस्ट्री के बाहर से हैं.’
उन्होंने यह भी बताया कि बॉलीवुड सितारे भले ही मशहूर हों, लेकिन वे भी बाकी लोगों की तरह ही समाज में रहते हैं और उन्हीं जोखिमों का सामना करते हैं. उन्होंने बताया, ‘उनकी जिंदगी भले ही ज्यादा शानदार हो, लेकिन उनके डर भी वही हैं. मैं शायद बोलूं, लेकिन मैं समझता हूं कि दूसरे लोग चुप क्यों रहते हैं.’
जावेद अख्तर फिल्म इंडस्ट्री के उन चंद लोगों में से एक हैं जो सरकार की खुलकर आलोचना करते हैं. पिछले कुछ सालों में उन्हें अपने विचारों के लिए काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा है.
जावेद अख्तर ने पहले एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में खुद को मिल रही नफरत के बारे में बात करते हुए कहा था, ‘मेरे दोस्त भी कहते हैं, ‘रहने दो. तुम इसमें क्यों पड़ना चाहते हो? तुम इन सब चीजों से ऊपर हो.’ मेरी बेशर्मी के लिए मुझे माफ करें, मैं ज्यादातर इनसे ऊपर महसूस करता हूं, लेकिन कभी-कभी आपको नीचे आकर उनसे कहना पड़ता है कि, ‘नहीं, तुम यह आजादी नहीं ले सकते, और अगर तुम चाहोगे, तो मैं तुम्हें वहीं सिक्के वापस कर दूंगा.'”
क्या था स्ट्रीप का बयान?
जावेद अख्तर के इंटरव्यू में मेरिल स्ट्रीप का जिक्र किया है. बता दें, 2017 में स्ट्रीप का एक अवॉर्ड इवेंट का स्पीच सुर्खियों में रहा. सेसिल बी. डेमिल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा, ‘इस साल एक ऐसा परफॉर्मेंस था जिसने मुझे हैरान कर दिया. इसने मेरे दिल में अपनी जगह बना ली, इसलिए नहीं कि यह अच्छा था, बल्कि इसलिए किइसमें कुछ भी अच्छा नहीं था. लेकिन यह प्रभावी था और इसने अपना काम किया. यह वह पल था जब हमारे देश में सबसे सम्मानित सीट पर बैठने के लिए कहने वाले व्यक्ति ने एक विकलांग रिपोर्टर की नकल की. एक ऐसा व्यक्ति जिसे वह विशेषाधिकार, पावर और वापस लड़ने की क्षमता में पीछे छोड़ देता है. इसने मेरा दिल तोड़ दिया.’