Home Breaking News टेंपो चालक से रिजॉर्ट में हाकम का पार्टनर बना केंद्रपाल, 10 साल में बना ली करोड़ों की संपत्ति
Breaking Newsअपराधउत्तराखंडराज्‍य

टेंपो चालक से रिजॉर्ट में हाकम का पार्टनर बना केंद्रपाल, 10 साल में बना ली करोड़ों की संपत्ति

Share
Share

देहरादून: यूकेएसएसएससी पेपर लीक प्रकरण के मास्टर माइंड हाकम सिंह रावत के करीबी केंद्रपाल को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रपाल ने 23 अगस्त को एक अन्य मामले में बिजनौर की सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था।

इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था। शुक्रवार को वह जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आया तो एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एसटीएफ उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश से अब तक 24 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

उत्तराखंड के हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर राजसी जीवन जीने वाला केंद्रपाल कभी टेंपो चलाता था। हाकम सिंह रावत की राह पर चलकर उसने भी पेपर बेचना शुरू किया और अकूत संपत्ति का मालिक बन बैठा।

केंद्रपाल वर्ष 1996 में टेंपो चलाता था। इसके बाद कुछ वर्षों तक उसने रेडीमेड कपड़ों की दुकान पर और फिर कपड़ों की सप्लाई का काम किया। वर्ष 2011-2012 में वह प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाले गिरोह से जुड़ गया।

  • वर्ष 2012 में केंद्रपाल की मुलाकात पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार हो चुके चंदन मनराल से हुई।
  • यह मुलाकात धामपुर के एक व्यक्ति के माध्यम से हुई थी। चंदन मनराल और हाकम सिंह करीबी मित्र हैं।
  • वर्ष 2011-12 में ही केंद्रपाल की मुलाकात हाकम सिंह रावत से हरिद्वार के एक लेबर कांट्रेक्टर के माध्यम से हुई थी। हाकम सिंह भी हरिद्वार में रहता था।
  • इस तरह दोनों मित्र बन गए। हाकम सिंह रावत का केंद्रपाल के घर आना-जाना भी था।

केंद्रपाल की मुलाकात आरोपित जगदीश गोस्वामी से वर्ष 2019 में ही जागेश्वर अल्मोड़ा के एक मंदिर में हुई थी। जगदीश गोस्वामी शिक्षक होने के साथ घरों और मंदिरों में पूजा-पाठ भी कराता था। इस बीच चारों आरोपितों की एक-दूसरे से अच्छी दोस्ती हो गई। इस पर चारों ने उत्तराखंड में निकलने वाली सरकारी भर्तियों का सौदा करना शुरू कर दिया।

See also  लखनऊ में दिवाली की रात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर की इंस्पेक्टर की हत्या

धामपुर में खरीदी 12 बीघा जमीन

केंद्रपाल ने पेपर लीक व नकल करवाकर करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की। एसटीएफ के अनुसार, उसने कुछ समय पहले ही करीब 12 बीघा जमीन उत्तर प्रदेश के धामपुर में खरीदी थी। उसका धामपुर में एक आलीशान मकान भी है। इसके अलावा वह उत्तरकाशी के सांकरी में हाकम सिंह के साथ रिजार्ट में साझेदार भी है। उसके बैंक खातों में करोड़ों रुपये जमा हैं। इसके अलावा भी उसकी कुछ संपत्तियां हैं।

पूरी रात लगती थी अभ्यर्थियों की कक्षा

उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश के धामपुर में अभ्यर्थियों को पेपर याद करवाने के लिए लेकर जाते थे। किसी को इसकी भनक न लगे, इसलिए वह रातों-रात अभ्यर्थियों को धामपुर पहुंचाते थे। यहां पूरी रात अभ्यर्थियों की कक्षा लगती थी, जिसमें उन्हें प्रश्न पत्र देकर प्रश्नों के उत्तर याद करवाए जाते थे। सुबह अभ्यर्थियों को उनके परीक्षा केंद्रों में छोड़ा जाता था।

सचिवालय रक्षक के चयनित उम्मीदवारों से घंटों पूछताछ

सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में शुक्रवार को एसटीएफ ने कुछ चयनित अभ्यर्थियों से घंटों तक पूछताछ की। सितंबर 2021 में सचिवालय रक्षक के 33 पदों पर भर्ती हुई थी। यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक प्रकरण की जांच में सामने आया कि सचिवालय रक्षक भर्ती का भी पेपर लीक हुआ था, जिसके बाद इस भर्ती की भी जांच शुरू हो गई है।

जूनियर इंजीनियर भर्ती में भी धांधली की आशंका

वर्ष 2015 में एक निगम में हुई जूनियर इंजीनियर भर्ती की परीक्षा भी धांधली की आशंका जताई जा रही है। एसटीएफ जानकारी जुटा रही है। बताया जा रहा है कि बिजनौर के धामपुर से स्नातक स्तरीय भर्ती की परीक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार जूनियर इंजीनियर ललित की पत्नी भी इस भर्ती परीक्षा में पास हुई थी। सूत्रों की मानें तो इस संबंध में एसटीएफ ने ललित से काफी पूछताछ की, जिसमें इस भर्ती में भी घपले के संकेत मिले।

Share
Related Articles
Breaking Newsअपराधएनसीआरग्रेटर नोएडा

बिना स्टिकर की कार सोसायटी में ले जाने पर बवाल, सुरक्षा गार्डों पर हमला, दो आरोपी गिरफ्तार

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आम्रपाली लेजर वैली सोसायटी में बिना स्टीकर...