उत्तर प्रदेश के संभल में चंद रुपयों के लिए एक भाई ने ही अपने बीमार भाई की जान ले ली. वहीं भाई के नाम पर कराए बीमे की रकम हड़पने के लिए एक्सिडेंट करार देने की कोशिश की. इसी दौरान बीमा कंपनी को शक हो गया. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की तो पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो गया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी भाई और दो साथियों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. यह वारदात पिछले साल 6 जुलाई का है.
संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई के मुताबिक पिछले साल छह जुलाई को मृतक के भाई नवीन ने पुलिस में तहरीर दी थी. इसमें बताया था कि उसका लकवाग्रस्त भाई संजय ई-रिक्शा में बैठकर अस्पताल जा रहा था. इसी दौरान किसी अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी और सड़क पर गिरने से उसके भाई की मौत हो गई. इस संबंध में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था, लेकिन जांच में कोई प्रमाण नहीं मिला तो फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी.
ले लिए बीम क्लेम के 20 लाख
इसके बाद नवीन ने अपने भाई के नाम बीमा की रकम के लिए क्लेम दाखिल कर दिया. यही नहीं, एक बीमा कंपनी से 20 लाख रुपये ले भी लिए. चूंकि बीमा कराने के एक साल के भीतर ही दुर्घटना दिखाई गई थी, इसलिए बीमा कंपनी को शक हो गया. इस संबंध में बीमा कंपनी ने पुलिस में शिकायत दी और पुलिस ने जब इस एंगल पर मामले की जांच की तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी भाई नवीन और उसके दो साथियों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है.
ये है मामला
आरोपी नवीन ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसका तलाकशुदा भाई स्टेशनरी की दुकान करता था और उसके साथ ही रहता था. करीब छह महीने पहले उसके पूरे शरीर में लकवा मार गया. ऐसे में अब उसके सेवा की जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई थी. आरोपी ने बताया कि अब वह अपने भाई से मुक्ति चाहता था. इसी दौरान इस्लाम नगर में रहने वाले अपने दोस्त राजू और वकील अखलेश की मदद ली. फिर इन दोनों की सलाह पर उसने अपने भाई के नाम 95 लाख रुपये से अधिक का बीमा कराया और खुद नामिनी बन गया.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि अपने साथियों की सलाह पर वह अपने भाई को इलाज के बहाने ई-रिक्शा से लेकर अस्पताल के लिए चला. बीच रास्ते में उसने अपने भाई को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. बाद में उसने पुलिस में मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस के मुताबिक पूछताछ के बाद सामने आए तथ्यों के सत्यापन के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है.