Home Breaking News झूठ की उम्र लंबी नहीं होती, रामपुर में थाने अदालत बन चुके हैं… जानिए Abdullah Azam ने क्‍यों कहा यह सब
Breaking Newsअपराधउत्तरप्रदेशराजनीतिराज्‍य

झूठ की उम्र लंबी नहीं होती, रामपुर में थाने अदालत बन चुके हैं… जानिए Abdullah Azam ने क्‍यों कहा यह सब

Share
Share

रामपुर। सपा विधायक आजम खां (Azam Khan) के बेटे स्वार-टांडा विधायक अब्दुल्ला आजम (Abdulla Azam) ने रामपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ट्वीट (Tweet) करके कहा है कि पुलिस फर्जी मुकदमों में उनका नाम भी शामिल करने की साजिश कर रही है, ताकि उनकी आवाज को दबाया जा सके, लेकिन जब तक वह हैं तब तक लोगों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाजें उठाते रहेंगे।

अब्दुल्ला आजम (Abdulla Azam) ने बुधवार को रामपुर पुलिस (Rampur Police) की ज्यादती को लेकर कई ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘धारा 144 के खिलाफ और लोगों के मुद्दों पर मैं न बोल सकूं, इसलिए फंसाने की कोशिश की जा रही है। गांव के लोगों को उठाकर अजीमनगर थाने और एक बड़े पुलिस अधिकारी के दफ्तर में ले जाकर धमकाया जा रहा है।

रामपुर में अब थाने ही अदालतें बन चुके हैं। शायद रामपुर में अब न्यायिक प्रक्रिया का कोई मतलब नहीं रह गया है। झूठ की उम्र ज्यादा लंबी नहीं होती है, लेकिन एक झूठ को छिपाने के लिए लाखों झूठ बोलने पड़ते हैं। लगातार रामपुर में पुलिस की जरिए लोगों को धमकाया जा रहा है कि वह आजम खां और उनके लोगों के खिलाफ धमकाने की एफआइआर लिखवाएं।’

गौरतलब है कि पिछले दिनों आजम खां (Azam Khan) के खिलाफ दो मुकदमे के वादियों को धमकाने के आरोप में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। उनके अधिवक्ता के खिलाफ भी धमकाने का मुकदमा दर्ज हुआ है। वकीलों ने इसके विरोध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया था।

किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे

See also  4 मंडलों के आयुक्त व 6 जिलों के डीएम इधर से उधर, यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, देखें ट्रांसफर लिस्ट...

भाकियू अंबावता के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ वारसी ने कहा कि जनपद को सरकार सूखाग्रस्त घोषित करे। वहीं बिजली विभाग को अपना रवैया सुधार कर किसानों का उत्पीड़न बंद कर देना चाहिए। किसानों (Kisan) का सोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे।

बुधवार को गांव मानपुर ओझा में किसानों की पंचायत में उन्होंने कहा कि किसान, मजदूर अब शोषण बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने सरकार से जनपद को जल्द सूखाग्रस्त घोषित कर किसान के सभी तरह के कर्ज और बिजली के बकाया को माफ करने की मांग की।

कहा कि पिछली बार की तुलना में इस वर्ष एक एकड़ धान की फसल को पालने के लिए अधिक खर्चा आ रहा है। जमीन और फसल सूख रही है। बिजली विभाग के अधिकारी मनमानी कर किसानों को परेशान कर रहे हैं। नैतिकता के आधार पर अधिकारी काम करें अन्यथा भ्रष्ट अधिकारियों को आंदोलन के माध्यम से सबक सिखाया जाएगा।

कहा कि समस्याओं को लेकर एक सितंबर को जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाएगा। इस दौरान अमरजीत सिंह ढिल्लों, संतोष सिकदार, कमलेश कुमार, कमलेश मिर्धा, शंकर विश्वास, राजू दास, श्रीनिवास विश्वास, जगतार सिंह, महेंद्र, दीपक आदि मौजूद रहे।

Share
Related Articles
Breaking Newsव्यापार

क्या है ‘एक राज्य, एक RRB’ योजना? एक मई से बनने जा रही हकीकत; बैंकों पर क्या होगा असर

हैदराबाद: भारत सरकार की ‘एक राज्य-एक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक’ योजना 1 मई, 2025...

Breaking Newsखेल

PSL के खाली स्टेडियम में भी IPL की ही धूम, फैन ने ऐसे उठाया मैच का मजा

इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल का खुमार सब पर चढ़ा है. पूरी...