नई दिल्ली: हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान चंद्र या सूर्य काफी कष्ट में होते हैं। ऐसे में पूरे वातावरण में नकारात्मकता फैल जाती है। इसी कारण खाने वाली चीजों में तुलसी की पत्तियां डाल दी जाती है, जिससे कि खाने वाली चीजें खराब है। इसी तरह गर्भवती महिलाओं को भी चंद्र ग्रहण के समय खास ख्याल रखने को कहा जाता है। बता दें कि साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज लगने वाला है। भारत में दिखने के कारण सूतक काल भी लगेगा। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को खुद का ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत है। माना जाता है कि ग्रहण के कारण होने वाले बच्चे पर शारीरिक और मानसिक नुकसान पहुंच सकता है। ज्योतिषियों के मुताबिक, चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खुद किस तरह ध्यान रखें। जानिए।
चंद्र ग्रहण 2022 का समय
भारत में चंद्र ग्रहण आज शाम 5 बजकर 20 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 20 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। वहीं ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। इसलिए सूतक काल सुबह 8 बजकर 20 मिनट पर शुरू हो जाएगा।
चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं बरतें ये सावधानियां
ग्रहण के समय निकले बाहर
चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकले। क्योंकि उस समय सबसे अधिक नकारात्मक ऊर्जा वातावरण में फैली हुई होती है। ऐसे में मां के साथ-साथ होने वाले बच्चे पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
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नुकीली चीजों से रहें दूर
ज्योतिषों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान प्रेग्नेंट महिलाएं नुकीली चीजें जैसे सुई, चाकू, कैंची आदि से दूर रहें। चंद्र ग्रहण के दौरान इन चीजों का इस्तेमाल करने की मनाही है।
चंद्र ग्रहण के दौरान न करें किसी चीज का सेवन
माना जाता है कि ग्रहण के असर न पड़े इसके लिए ग्रहण के समय किसी भी चीज का सेवन न करें। क्योंकि खाने में नेगेटिव एनर्जी अधिक होती है। जिसका असर मां और होने वाले बच्चे पर बुरा पड़ता है। लेकिन सेहत का पहले ध्यान रखें। ऐसे में आप धार्मिक मान्यताओं को किनारा करके कुछ खा-पी सकती हैं।
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