गाजियाबाद। डासना में एक पागल बंदर के आतंक से लोगों ने सुबह-शाम घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। स्वजन ने छोटे-बच्चों के बाहर खेलने पर भी रोक लगा दी है। विगत पांच दिन में पागल बंदर 37 लोगों को काट चुका है। किसी को सिर, हाथ, पैर, कंधे और किसी को पीठ पर बंदर ने बुरी तरह से काटकर घायल कर दिया है। सोमवार को डीसीएम परिसर में रह रहे 47 वर्षीय बृजेश शर्मा पर बंदर ने उस समय हमला कर दिया जब वह खाना बना रहा था।
इन लोगों को बंदर ने काटकर किया घायल
बृजेश के हाथ में बंदर ने दांतों से काटकर बुरी तरह से घाव कर दिये। घायलावस्था में बृजेश सीएचसी डासना पहुंचे। सीएचसी के प्रभारी डा.भारत भूषण की देखरेख में बृजेश के हाथ में आठ टांके लगाए गए और मरहम पट्टी करके एंटी रेबीज वैक्सीन लगाकर घर भेज दिया गया। थोड़ी देर बाद मुजम्मिल और शाकिद अहमद भी घायलावस्था में अस्पताल में पहुचे। इन दाेनों को भी उक्त बंदर ने काटकर घायल कर दिया है।
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सीएचसी प्रभारी ने लिखा डीएम व वन विभाग को पत्र
दोनों की मरहम पट्टी की गई। एआरवी भी लगाई गई। सीएचसी प्रभारी ने इस संबंध में डीएम और जिला वनाधिकारी को पत्र भेजकर तत्काल उक्त बंदर को पकड़ने का अनुरोध किया गया है। पत्र में लिखा है कि पागल बंदर के आतंक से लोग दहशत में हैं। उधर, नगर पंचायत डासना और तहसील के लेखपालों की एक टीम बनाई गई है। यह टीम वन विभाग के सहयोग से बंदर को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ने का काम करेगी। इससे पहले नामरा मस्जिद के पास रहने वाले जमील के 20 वर्षीय बेटे शाहिद को बंदर ने काटकर घायल किया है।