पटवाई। पुलिस ने राजेंद्र शर्मा हत्याकांड का चार दिन बाद पर्दाफाश कर दिया है। हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी और प्रेमी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या की वजह अवैध संबंध और ढाई बीघा जमीन थी। इसके खातिर राजेंद्र की पत्नी ने उसकी हत्या का षड्यंत्र रचा।
उसके प्रेमी ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर घर में सोते समय राजेंद्र की हत्या कर दी। हत्या के दौरान पत्नी ने कपड़े से उसका मुंह दबाया, ताकि उसकी चीख न निकल सके। घटना को अंजाम देने के बाद चारों आरोपित राजेंद्र की पत्नी के हाथ-पैर बांधकर डाल गए थे।
पांच लोगों ने मिलकर हत्या को दिया अंजाम
हत्या की यह वारदात पटवाई थाना क्षेत्र के एचोरा गांव की है। यहां रहने वाले राजेंद्र शर्मा 20 दिसंबर की रात पत्नी ऊषा उर्फ भूरी के साथ घर में सो रहे थे। रात करीब 11 बजे घर में घुसे पांच बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी थी। घटना की जानकारी पर पुलिस पहुंची तो मृतक की पत्नी ने पुलिस को झूठी कहानी सुनाकर भटकाने का प्रयास किया।
उसने बताया कि पांचों बदमाश नकाब पहने थे, जिनमें दो को वह पहचान गई थी। दोनों उसके जेठ थे। बाकी तीन को वह नहीं पहचान पाई। जब पुलिस ने गांव में ही दूसरे घर पर रहने वाली राजेंद्र की मां व भाइयों से पूछताछ की तो पता चला कि भूरी का चाल-चलन ठीक नहीं था।
राजेंद्र के साथ उसने दूसरी शादी की थी। राजेंद्र रूद्रपुर में नौकरी करता था। वहां दोनों की मुलाकात हुई। राजेंद्र भी पहले से शादीशुदा था। भूरी अपने पति और बच्चों को छोड़कर राजेंद्र के साथ एचेारा गांव आकर रहने लगी थी, जिस पर राजेंद्र की पहली पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी।
राजेंद्र के घर में शहजादनगर थाना क्षेत्र के जादौपुर गांव निवासी दिनेश शर्मा का आना जाना था। भूरी और दिनेश के अवैध संबंध हो गए। इस पर पुलिस ने मृतक की मां माया देवी की तहरीर पर भूरी और दिनेश को नामजद करते हुए पांच के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। एक-एक कड़ी जोड़ते हुए पुलिस हत्यारोपितों तक पहुंच गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। रविवार को पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने पटवाई थाने पहुंचकर घटना के पर्दाफाश होने की जानकारी दी।
वयीयत न बदल दे इसलिए हत्या का रचा षड्यंत्र
मृतक चार भाई थे। चारों का हिस्सा बंटवारा हो गया था। राजेंद्र के हिस्से में ढाई बीघा जमीन आई थी। यह जमीन उसने पत्नी के नाम करा दी थी। बाद में परिवार वालों के कहने पर जमीन की वसीयत में से पत्नी का नाम हटवा दिया था। पत्नी ने यह बात अपने प्रेमी को बताई। बाद में पति को बहला फुसलाकर फिर जमीन अपने नाम करा ली। उसे लग रहा था कि पति कहीं फिर वसीयत से नाम हटवा सकता है, इसलिए उसने पति को ही रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
प्रेमी को लालच दिया कि पति की मृत्यु के बाद जमीन मेरी हो जाएगी। इसके बाद हम दोनों बेरोकटोक कभी भी मिल सकेंगे। प्रेमी ने अपने दोस्तों एचोरा गांव के फिरासत, जादौपुर के पृथ्वी सिंह, शहजादनगर थाना क्षेत्र के दुगनपुर गांव निवासी कौसर को षड्यंत्र में शामिल कर लिया। 20 दिसंबर की रात भूरी ने घर के बाहर की ओर बनी दुकान का दरवाजा खुला छोड़ दिया था। उसी दरवाजे से चारों अंदर घुसे और राजेंद्र की हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह ब्लाइंड मर्डर था, जिसका पर्दाफाश करने पर टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया है। टीम में पटवाई थाना प्रभारी अजय शर्मा, दारोगा श्रीपाल सिंह, दारोगा राकेश कुमार समेत 10 पुलिसकर्मी शामिल हैं।