अंकारा। तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में फंसे लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए भारत हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। मुसीबत की इस घड़ी में भारत ने तुर्किये और सीरिया के लोगों की मदद के लिए NDRF और सेना की मेडिकल टीम वहां भेजी है।
भारत की ओर से चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत भूकंप राहत प्रयासों के लिए बचाव कर्मियों, आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा उपकरणों को लेकर भारत से छठा विमान तुर्कीये पहुंच गया है। छठी उड़ान के जरिए बचाव दल, डॉग स्क्वायड और आवश्यक दवाएं भेंजी गई है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 6 साल की बच्ची को मलबे से जिंदा बाहर निकाला
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) भी तुर्किये में राहत बचाव कार्य चला रहा है। इसी बीच गुरुवार को गृह मंत्रालय के ट्विटर हैंडल के जरिए एक वीडियो पोस्ट की गई, जिसमें देखा जा सकता है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने ग्राउंड जीरो पर राहच बचाव कार्य करते हुए गंजियतेप शहर में इमारत के मलबे से 6 साल की बच्ची को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया।
Proud of our NDRF.
In the rescue operations in Türkiye, Team IND-11 saved the life of a six-year-old girl, Beren, in Gaziantep city.
Under the guidance of PM @narendramodi, we are committed to making @NDRFHQ the world’s leading disaster response force. #OperationDost pic.twitter.com/NfvGZB24uK
— Amit Shah (@AmitShah) February 9, 2023
गौरतलब है कि इस वीडियो को गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया। वीडियो शेयर करते हुए अमित शाह ने लिखा, ‘हमें एनडीआरएफ पर गर्व है। तुर्किये में बचाव अभियान में टीम आईएनडी-11 ने गंजयातोप शहर में छह साल की लड़की बेरेन की जान बचायी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम एनडीआरएफ को दुनिया का अग्रणी आपदा मोचन बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।’
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ” भारत इस प्राकृतिक आपदा में तुर्किये के साथ खड़ा है। भारत की एनडीआरएफ टीम ग्राउंड जीरो पर बचाव और राहत अभियान चला रही है। टीम ने नूरदगी में मलबे में दबी बच्ची को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया।’ इसी के साथ गृह मंत्रालय ने इस बच्ची का वीडियो भी प्रसारित किया है कि कैसे उसे बचाया गया। वीडियो में कंबल में लिपटी मासूम को गोद में लिए एनडीआरएफ कर्मी दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी काफी संख्या में लोग खुले आसमान तले रहने को मजबूर हैं। ये लोग शून्य के आसपास मंडराते तापमान और भूख से जूझ रहे हैं। तुर्किये में तो हजारों लोग एक राहत शिविर के पास एकत्र हुए और हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भोजन और पानी की मांग करने लगे।