नोएडा। जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य अब रफ्तार पकड़ेगा। क्योंकि नोएडा प्राधिकरण ने अपनी अंशधारिता के तहत करीब 756 करोड़ 60 लाख रुपये ज्वाइंट एवेंचर कंपनी को जारी कर दिए हैं। यह राशि तीन चरण में जारी की गई है। 37.5 प्रतिशत अंशधारिता के तहत नोएडा प्राधिकरण को कुल 1826 करोड़ 10 लाख रकम उपलब्ध कराई है। नोएडा प्राधिकरण की 204वीं बोर्ड बैठक में इसकी अनुमति प्रदान कर दी गई।
बता दें कि जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर बनाया जा रहा है। इस मेगा प्रोजेक्ट के दो हिस्सेदार निकाय हैं। एक तरफ सरकारी हिस्सेदारी हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश सरकार, नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण शामिल हैं।
राज्य सरकार और नोएडा प्राधिकरण में प्रत्येक की हिस्सेदारी 37.5 प्रतिशत है। इसी तरह ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में हर एक के पास 12.5 प्रतिशत अंशधारिता हैं। इसी हिस्सेदारी के आधार पर इन चारों सरकारी हिस्सेदारों को निवेश करना है।
दूसरी तरफ प्राइवेट पार्टनर हैं, जिनमें ज्यूरिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट और स्टेट बैंक आफ इंडिया शामिल हैं। ज्यूरिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने एसबीआई को कर्ज के बदले इक्विटी दी है। एक बड़ी हिस्सेदारी के तहत नोएडा प्राधिकरण ने तीन चरणों में करीब 756 करोड़ 60 लाख रुपये दिए जाने पर प्राधिकरण की बोर्ड ने अनुमति दे दी है।
इस राशि को हवाई अड्डा के विकास में प्रयोग किया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण की 37.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के सापेक्ष वर्तमान तक कुल धनराशि का 1826 करोड़ 10 लाख रकम उपलब्ध कराना है। इसके सापेक्ष 196वीं बोर्ड बैठक में 1069 करोड़ रुपये देने की स्वीकृति मिल चुकी है।
ऐसे में प्रथम चरण में 619 करोड़, दूसरे चरण में 108 करोड़ और अन्य मदों में 28 करोड़ यानी कुल 756 करोड़ 60 लाख रुपये के कार्योत्तर स्वीकृति का प्रस्ताव 204 वीं बोर्ड के समक्ष रखा गया, जिसे बोर्ड ने स्वीकृत किया।