ब्रसेल्स। रूस और यूक्रेन के युद्ध को पूरा एक साल बीत गया है। लेकिन रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है और न ही यूरपोय संघ अपने प्रतिबंधों को हटाने के लिए तैयार है। यूरोपीय संघ की तरफ से प्रतिबंधों का सिलसिला जारी है। दोनों देशों में चल रहे युद्ध के एक साल पूरा होने पर संघ की ओर से बैठक की गई जिसमें बहुत से अहम फैसले किए गए हैं। इसके तहत यूरोपीय संघ ने शुक्रवार को रूस पर प्रतिबंधों के एक नए दौर पर सहमति व्यक्त की है।
रूस का सर्मथन करने वालों पर होगी कार्रवाई
यूरोपीय संघ ने प्रतिबंधों का 10वां पैकेज लगाया है। उन्होंने रूस पर लगाए गए नए प्रतिबंधों में कहा है कि युद्ध का समर्थन करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ कई कदम उठाए जाएंगे। तो वहीं उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन को ओर मजबूत करने के लिए अधिक हथियार मुहैया कराए जाएंगे। युद्ध को लेकर रूस के पक्ष में प्रचार-प्रसार करने वालों पर भी कार्रवाई की बात कही गई है। यूरोपीय संघ की ओर से अभी तक जो प्रतिबंध लगाए गए हैं उसकी वजह से रूस का बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
बैंकों से लेनदेन पर लगा प्रतिबंध
यूरोपीय संघ द्वारा लगाए नए प्रतिबंधों में कई कड़े कदम उठाए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने रूस के कुछ बड़े बैंकों से लेनदेन पर भी पाबंदियां लगा दी है। तीन और रूसी बैंकों व सैन्य ड्रोन का निर्माण करने वाली सात ईरानी “संस्थाओं” की संपत्तियों की खरीद-बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है। इनमें कंपनियां, एजेंसियां, राजनीतिक दल या अन्य संगठन शामिल हैं। यूरोपीय संघ को संदेह है कि रूस ने युद्ध के दौरान इन ड्रोन का इस्तेमाल किया है।
यूक्रेन के मुक्त न होने तक रूस पर रहेगा प्रतिबंध
यूरोपीय संघ ने मास्को पर तब तक दबाव बढ़ाने का संकल्प लिया जब तक कि यूक्रेन मुक्त नहीं हो जाता है। यूक्रेन की सेना ने रविवार को कहा कि रूस ने पूर्वी यूक्रेन के गांव पर कब्जा करने का दावा करने के बाद पिछले एक दिन में याहीदने के पास असफल सैन्य कार्रवाई की। गांव बाख्मुट के पास है, जहां 70,000 निवासियों में से केवल अब 5,000 लोग रह गए हैं। यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने कहा कि रूस कुपाइंक, लाइमन, बाखमुट, अवदीवका और फ्रंटलाइन के शाखतर हिस्सों के साथ आक्रामक कार्रवाई करने के अपने मुख्य प्रयासों पर लगातार जोर दे रहा है।
चीन से मदद मांगेंगे राष्ट्रपति इमैनुएल
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के वित्त प्रमुखों ने यूक्रेन पर युद्ध के लिए मॉस्को की कड़ी निंदा की है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि वह अप्रैल में चीन का दौरा करेंगे और रूस के आक्रमण को समाप्त करने के लिए चीन से मदद की मांग करेंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा कि यूक्रेन को 2 अरब डॉलर के हथियार देना और रूस के खिलाफ नए प्रतिबंध के उद्देश्य से मास्को की युद्ध करने की क्षमता को कम करना है।