नोएडा : सुबह की सैर पर निकलने वाले लोगों से मोबाइल छीनकर फरार होने वाले दो शातिर बदमाशों को मंगलवार सुबह सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस संग हुई मुठभेड़ में गोली लग गई। घायल बदमाशों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। घायल बदमाशों की पहचान गाजियाबाद के खोड़ा कालोनी निवासी आफताब और सूरज यादव के रूप में हुई है, जो वर्तमान में दिल्ली के मयूर विहार में रहकर मोबाइल झपटमारी करते थे। आरोपितों के पास से चोरी की बाइक, लूट के सात मोबाइल, तमंचा और कारतूस बरामद किया गया है। इस दौरान मौके का फायदा उठाकर बदमाश के दो साथी दिल्ली निवासी अमन और दीपक फरार हो गए। फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार यादव की अगुवाई में पुलिस टीमें मंगलवार सुबह 10 बजे के करीब कोतवाली क्षेत्र के सेक्टर-62 स्थित सदर मालखाना के पास गश्त कर रही थी। इसी दौरान एक बाइक पर सवार होकर दो युवक उधर से गुजरे। संदिग्ध लगने पर जब पुलिस टीम ने दोनों को रोकने की कोशिश की, तो बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश आफताब और सूरज के पैर में गोली लग गई। जांच में सामने आया कि जिस बाइक पर दोनों बदमाश सवार थे, वह छह महीने पहले मयूर विहार से चोरी की थी। दोनों के खिलाफ नौ मुकदमे नोएडा के अलग-अलग कोतवाली क्षेत्र में दर्ज हैं। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ जल्द ही गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। एक साल में की दर्जनों वारदात : एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि घायल बदमाशों ने बीते एक साल में अलग-अलग कोतवाली क्षेत्र में मोबाइल लूट की दर्जनों वारदात की हैं। दोनों पूर्व में जेल जा चुके हैं। दोनों बदमाश अपने साथी अमन और दीपक के साथ लूट के मोबाइल को दिल्ली के गफ्फार मार्केट में बेच देते थे। बदमाश लूट के दौरान लोगों को डराने के लिए साथ में तमंचा रखते थे। अन्य जिलों की पुलिस से भी संपर्क कर बदमाशों का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है। फरार बदमाश अमन और दीपक के खिलाफ भी अलग-अलग कोतवाली क्षेत्र में पांच-पांच मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह में करीब सात लोगों के शामिल होने की आशंका है। एसीपी ने बताया कि गिरोह के बदमाश सुनसान जगहों पर मोबाइल झपटमारी करते हैं। सुनसान रास्तों पर कौन आता और जाता है, इसकी रेकी भी की जाती है। रेकी करने वाले को भी कमीशन मिलता है।