नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने कहा कि उसके द्वारा गोद ली गई बेटी हनीप्रीत का अब नाम बदलकर रुहानी दीदी रख दिया गया है। ट्वीट कर बताया कि हमारी बेटी को हनीप्रीत कहा जाता है। चूंकि हर कोई उसे ‘दीदी’ कहता है, इसलिए यह भ्रम पैदा करता है क्योंकि वो हर किसी की ‘दीदी’ है। इसलिए हमने अब उसका नाम ‘रूहानी दीदी’ रखा है और इसे हम ‘रूही दी’ के नाम से भी पुकार सकते हैं।
राम रहीम दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद से जेल की सजा काट रहा है। डेरा प्रमुख के परिवार ने जेल अधिकारियों को एक आवेदन दिया था और राम रहीम के लिए एक महीने की पैरोल की मांग की थी।
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सत्संग में शामिल हुए कई नेता
हाल ही में राम रहीम ने एक ‘सत्संग’ का आयोजन किया था, जिसमें करनाल के मेयर और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं सहित कई राजनीतिक नेताओं ने भाग लिया, जिससे एक नया विवाद खड़ा हो गया।
इससे पहले रविवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की गतिविधियों को असामाजिक करार दिया था और केंद्र व राज्य सरकार से इन्हें तत्काल रोकने की मांग की थी। धामी ने यह मांग तब की जब राम रहीम ने पंजाब के सुनाम में “डेरा खोलने” की घोषणा की थी। उन्होंने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख पर लगे आरोपों को जघन्य बताया है।
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हत्या और दुष्कर्म में दोषी
राम रहीम को अगस्त 2017 में पंचकूला में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने दो महिला अनुयायियों के साथ दुष्कर्म के आरोप में दोषी ठहराया था। वहीं, 8 अक्टूबर 2021 को कोर्ट ने पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में राम रहीम और चार अन्य को दोषी ठहराया था। रणजीत सिंह की 2002 में डेरा सच्चा सौदा के परिसर में हत्या कर दी गई थी।
सीबीआई ने वर्ष 2003 में पंजाब और हरियाणा के उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों पर मामला दर्ज किया था और कुरुक्षेत्र के पुलिस स्टेशन सदर में पहले दर्ज मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। आरोप है कि रणजीत सिंह की हत्या 10 जुलाई 2002 को उस समय की गई जब वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के गांव खानपुर कोलियान में अपने खेतों में काम कर रहे थे।