इस्लामाबाद। पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पर सरकार शिकंजा कसती जा रही है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री व पीटीआइ के अध्यक्ष चौधरी परवेज इलाही को भी गुरुवार को लाहौर में उनके घर के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पार्टी ने उनकी गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हुए अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो जारी किया जिसमें सुरक्षा जवानों को 77 वर्षीय इलाही को घसीटते और धकियाकर ले जाए जाते दिखाया गया है।
पीटीआई अध्यक्ष परवेज इलाही गिरफ्तार
जियो न्यूज के अनुसार, नौ मई को पीटीआइ चेयरमैन इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देशभर में हुए हिंसक आंदोलन व सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के बाद हिरासत में लिए जाने वाले नेताओं में इलाही प्रमुख हैं। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री रहने के दौरान असेंबली को भंग कर दिया था। इसके बाद वह पीएमएल-क्यू पार्टी छोड़कर 2023 में पीटीआइ में शामिल हो गए थे। इमरान ने उन्हें पीटीआइ का प्रेसीडेंट बना दिया।
नौ मई की हिंसा में था विदेशी ताकतों का हाथ- मियां जावेद
वहीं, सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के नेता मियां जावेद लतीफ ने दावा किया है कि पाकिस्तान की सरकारी एजेंसियों के पास पुख्ता साक्ष्य है कि नौ मई की हिंसक घटनाओं में विदेशी ताकतों का हाथ है। उधर, एएनआइ के अनुसार, पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बुधवार को फिर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से बातचीत सिर्फ एक ही शर्त पर हो सकती है कि वे नौ मई की घटना के लिए देश से माफी मांगें।
गाजियाबाद में कुख्यात अपराधी मोनू चौधरी पुलिस मुठभेड़ में ढेर
इस बीच, ब्रिटेन की कई प्रसिद्ध हस्तियों ने मानवाधिकार समर्थक अटार्नी शहजाद अकबर के भाई मुराद अकबर को रिहा करने की अपील की है।
नौ मई की हिंसा के बाद हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई का आदेश
लाहौर हाई कोर्ट ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में नौ मई को हुई हिंसा के मद्देनजर सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने (एमपीओ) के तहत हिरासत में लिए गए सभी लोगों की रिहाई का आदेश दिया है।
सलाखों के पीछे हैं पीटीआई के कई नेता
प्रांत के 11 जिलों में एमपीओ के तहत कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर हाई कोर्ट के जज सफदर सलीम शाहिद द्वारा जारी आदेश से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थकों को राहत मिली है। हिंसक विरोध के बाद पार्टी के कई नेता सलाखों के पीछे हैं
नफरती भाषणों के प्रसारण पर रोक के आदेश
पाकिस्तान की इलेक्ट्रानिक मीडिया रेगुलेटरी अथारिटी ने टेलीविजन चैनलों को निर्देश दिया है कि वे नफरत फैलाने वाले, अपराधियों व उनके मददगारों के भाषणों को न प्रसारित करें। निर्देश में कहा है कि वे नौ मई की हिंसा में किसी भी तरह से शामिल लोगों व पार्टी को चैनल पर समय न दें।