ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले चरण के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे संगठन और राजनीतिक दल राजनीतिक समीकरणों को उसी गति से बदलने की जोरदार कोशिश में जुट गए हैं. इसी कड़ी में संयुक्त किसान मोर्चा के योगेंद्र यादव और हन्नान मोल्ला ने रविवार को ग्रेटर नोएडा के किसानों से भारतीय जनता पार्टी को वोट देने की अपील की. आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने किसानों के आंदोलन को खत्म करने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब वादों से मुंह मोड़ लिया है. उनका कहना है कि किसान मोर्चा किसी अन्य राजनीतिक दल को वोट देने की अपील नहीं कर रहा है, लेकिन किसानों के प्रति भाजपा की अवज्ञा का जवाब अब वोटों के सहारे दिया जाएगा.
रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे किसान नेता योगेंद्र यादव, हन्नान मोल्ला, उत्तर प्रदेश के जय किसान आंदोलन के अध्यक्ष पुष्पेंद्र कुमार और जय किसान आंदोलन के मनीष कुमार ने मीडिया से बातचीत की. हन्नान मोल्ला ने कहा कि चुनाव में वोटों को नुकसान पहुंचाकर ही बीजेपी को जवाब दिया जा सकता है.
भाजपा की केंद्र सरकार ने 9 दिसंबर को लिखित आश्वासन दिया था, जिसके बाद आंदोलन वापस ले लिया गया था। एक महीने तक इंतजार किया, लेकिन केंद्र सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया। 15 जनवरी को बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने फैसला किया कि अब समय आ गया है कि भाजपा को वोट न देकर जवाब दिया जाए.
उल्लेखनीय है कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-एनसीआर की सीमा पर बैठे किसान संगठनों ने आंदोलन को एक साल के लिए स्थगित करने के साथ ही नई मांगें रखी थीं. यूनाइटेड किसान मोर्चा फिलहाल अपनी नई मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रहा है और बीजेपी को पंजाब, यूपी और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने की चेतावनी दे रहा है.