मुरादाबाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा के विरोध में सूबे में प्रचार करने की बात कही। मोर्चा के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि वह सरकार के विरोध में उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में प्रचार करेंगे। किसानों के साथ धोखा किया गया है। उनसे वादा करके आंदोलन को खत्म कराया गया था। लेकिन लिखित वादे के बाद भी सरकार मुकर गई। संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने किसानों के नाम एक चिट्ठी जारी की।
इसमें मौजूदा सरकार के खिलाफ मतदान करके सजा देने की अपील की गई है। बुधवार को कांठ रोड स्थित एक होटल में संयुक्त किसान माेर्चा ने पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इस वार्ता में बड़ी संख्या में किसान नेताओं के साथ समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी पहुंचे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश टिकैट के साथ ही हन्नान मोल्ला व योगेन्द्र यादव ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार के खिलाफ सूबे के 75 जिलों में किसान संगठन विरोध में प्रचार करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि तीन कृषि कानून आने वाली बीमारी थी, उसे खत्म किया गया है।
किसान आंदोलन के बाद राजनीतिक पार्टियों की विचारधारा फर्क आया है। सभी पार्टियां अब किसानों के मुद्दों को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का घोषणा पत्र पुराने वादों का कापी है, उसमें कुछ भी नया नहीं है। पिछली बार किए गए वादों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। एमएसपी पर फिर से आंदोलन शुरू होगा, क्योंकि अभी तक वादा नहीं पूरा किया गया है।
पूरी प्रेसवार्ता के दौरान किसी किसान नेता ने भाजपा नाम लिए बिना ही सरकार के खिलाफ मतदान करने की अपील की। इसके साथ ही कहा कि नोटा का कोई बटन नहीं दबाएगा। वार्ता समाप्त होने के बाद समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डीपी यादव के साथ ही अन्य पदाधिकारियों ने किसान नेता राकेश टिकैट को पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।