नई दिल्ली विमानन कंपनी इंडिगो और गो फर्स्ट के 50 से अधिक विमान प्रैट एंड व्हिटनी (पीएंडडब्ल्यू) इंजन की समस्या से इन दिनों परिचालन से बाहर चल रहे हैं। इसकी वजह से एअरलाइन कंपनियों को पट्टे पर विमान लेने को मजबूर होना पड़ रहा है।
प्रैट एंड व्हिटनी इंजन के कलपुर्जो की आपूर्ति बनी समस्या
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इस समस्या के लिए निपटने के लिए कई विकल्पों पर गौर कर रही है। इनमें विमानों के पट्टे अवधि बढ़ाने, विमान के फिर से बेड़े में शामिल करने और चालक दल के साथ विमान को पट्टे पर लेने के विकल्प शामिल हैं।
दरअसल, रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से प्रैट एंड व्हिटनी इंजन के कलपुर्जो की आपूर्ति एक समस्या बनी हुई है। इस कारण इंजनों का रखरखाव नहीं हो पा रहा है। लिहाजा कई विमानों को खड़ा करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पीएंडडब्ल्यू इंजन की समस्या से इंडिगो और गो फर्स्ट एअरलाइन के कम से कम 25-25 विमान खड़े रहने के लिए मजबूर हैं।
साल के अंत तक आपूर्ति संबंधी दबाव कम होने की उम्मीद
इंजन बनाने वाली कंपनी भी आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं की वजह से समय पर आपूर्ति नहीं कर पा रही है। इस बारे में प्रैट एंड व्हिटनी के प्रवक्ता ने प्रभावित विमानों की संख्या नहीं बताई लेकिन यह कहा कि साल के अंत तक आपूर्ति संबंधी दबाव कम होने की उम्मीद है। यूएस-आधारित एयरोस्पेस निर्माता पीएंडडब्ल्यू को भारतीय ग्राहकों के लिए इंजन बदलने के लिए आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है।
डीजीसीए के प्रमुख ने कहा
हाल ही में डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने कहा था कि मेरे कार्यकाल में सबसे कठिन काम हवा में जेट इंजन की विफलता जैसी घटनाएं थीं। डीजीसीए में मेरे शुरुआती दिनों में विमानन प्रमुख के रूप में मेरे लिए यह बहुत चुनौतीपूर्ण था। नियामक एयरलाइंस को जल्द से जल्द इंजन बदलने के लिए कहेगा।