नोएडा प्राधिकरण में विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग में उप महाप्रबंधक (डीजीएम) के पद पर तैनात रहे राजेश कुमार का आफत पीछा नहीं छोड़ रही है। चंद रोज पहले नोएडा प्राधिकरण से हटाकर मूल विभाग (यूपीपीसीएल) भेजे गये राजेश कुमार को वहां रिपोर्ट करने के पहले ही सस्पेंड कर दिया गया। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
दरअसल (यूपीपीसीएल) उप्र पॉवर कॉरपोर्रेशन लिमिटेड के शीर्ष अफसरों ने राजेश कुमार के विलंब से लखनऊ पहुंचने तथा रिपोर्ट करने से नाराज होकर सस्पेंड कर दिया। बताया जाता है कि नोएडा प्राधिकरण ने उन्हें यहां से रिलीव करने में देरी कर दी। जिसका खामियाजा उन्हें उठाना पड़ा। बता दें कि राजेश कुमार को 7 जनवरी 2021 को यूपीपीसीएल से नोएडा प्राधिकरण में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था।
तीन वर्ष पूरे होने पर उप्र औद्योगिक विभाग ने उन्हें मूल विभाग भेजने के निर्देश दिये थे। लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने 27 दिसंबर 2023 को शासन को पत्र लिखकर राजेश कुमार की प्रतिनियुक्ति दो वर्ष तक बढ़ाने का अनुरोध किया था। लेकिन औद्योगिक विकास विभाग ने अनुरोध खारिज कर दिया तथा 5 सितंबर को तत्काल प्रभाव से राजेश कुमार को रिलीव करके उन्हें यूपीपीसीएल लखनऊ रिपोर्ट करने को कहा गया था, लेकिन विलंब से रिपोर्ट करने के पूर्व उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।