गाज़ियाबाद के लोगों कि इंतज़ार कि घड़ी को थोड़ा और लंबा कर दिया गया है क्योंकि शहर के लोगों को उम्मीद थी कि अगस्त में वे रैपिड रेल में सफर शुरू हो जाएगा लेकिन, अब उन्हें साल के अंत तक का इंतजार करना पड़ सकता है।
क्या है देरी का कारण-
दरअसल 17 किलोमीटर लंबे रूट का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से कार्यक्रम नहीं मिल पाया है। एनसीआरटीसी का दावा है कि दिसंबर तक दुहाई से मेरठ तक का ट्रैक तैयार होने की उम्मीद है।
चुनाव के कारण तेज़ी की उम्मीद-
साल के अंत में यानी लोकसभा चुनाव से पहले उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी गाजियाबाद से मेरठ तक रैपिडैक्स रेल का उद्घाटन कर सकते हैं। मालूम हो कि जुलाई तक एनसीईआरटी ने साहिबाबाद से दुहाई तक के ट्रैक का काम पूरा कर ट्रायल रन शुरू कर दिया था। अब भी नियमित संचालन की तरह ट्रेनों को चलाया जा रहा है लेकिन यात्रियों के लिए जुलाई के पहले सप्ताह में रैपिड मेट्रो का जो संचालन शुरू होना था वो नहीं हो पाया।
पहले भी टाला गया था प्लान-
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए भाजपा में भी सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। कांवड़ यात्रा के बाद उद्घाटन का अनुमान लगाया गया था फिर बाद में स्वतंत्रता दिवस के आसपास यात्रियों के लिए ट्रेनों का संचालन शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय से उद्घाटन का कार्यक्रम तय ही नहीं हो पाया है।
तेजी से चल रहा निर्माण-
एनसीआरटीसी ने अब दुहाई से मेरठ तक के रूट पर निर्माण कार्य तेज कर दिया है। इस क्षेत्र में भी अब ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। दिल्ली से मेरठ तक पूरे रूट पर सुरंग बनाने का काम भी पूरा हो गया है। एनसीईआरटीसी के अधिकारियों का दावा है कि दिसंबर तक दुहाई से मेरठ के एंट्री प्वाइंट तक का काम पूरा कर लिया जाएगा। पूरे प्रोजेक्ट को लेकर एनसीआरटीसी काम को समय से पूरा करने में लगा हुआ है। इसके लिए अधिकारी भी मौके पर जाकर कार्य की गति का मुआयना करते रहते हैं। जिससे प्रधानमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को समय से पूरा किया जा सके।
संवादाता- निखिल लहरी, गाज़ियाबाद