नोएडा। युवक के माथे पर बच्चों की खिलौना पिस्तौल सटाकर मतदान वाले दिन मोटरसाइकिल लूटने वाले दो सगे भाइयों को बुधवार को सेक्टर-24 कोतवाली पुलिस ने दबोच लिया। आरोपितों की पहचान उत्तराखंड निवासी गौरव और विनीत दत्त के रूप में हुई है,जो वर्तमान में नया बांस गांव में किराए के मकान में रह रहे थे। बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली टीम को डीसीपी राजेश एस ने 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। गिरफ्त में आने के बाद पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि दोनों भाई पहले भी लूट की घटना को अंजाम दे चुके हैं। 10 फरवरी को उन्होंने युवक से मोटरसाइकिल इसलिए लूटी,क्योंकि उनकी स्कूटी का माइलेज कम था और उन्हें अच्छा माइलेज देने वाली बाइक की आवश्यकता थी। ड्यूटी जाने के दौरान पेट्रोल कम लगे,इसलिए लूट की घटना को अंजाम दिया गया।
डीसीपी राजेश एस ने बताया कि 10 फरवरी को गिझौड़ निवासी महेश पांडेय अपनी ड्यूटी से सुबह के समय लौट रहे थे। नौ बजे के करीब जब महेश सेक्टर-24 कोतवाली क्षेत्र स्थित वीवी गिरि श्रम संस्थान के सामने पहुंचे तभी स्कूटी पर सवार होकर दो बदमाश आए और पीड़ित को पिस्टल दिखाकर बाइक लूटकर फरार हो गए। मामले का पर्दाफाश करने के लिए दो टीमें गठित की गई थीं,जिसमें एक टीम सीसीटीवी फुटेज चेक कर रही थी जबकि दूसरी टीम इलेक्ट्रानिक सर्विलांस पर लगाई गई थी। 250 सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस को आरोपितों के बारे में जानकारी मिली। आरोपित गौरव के खिलाफ 10 और विनीत के खिलाफ दिल्ली में पांच मुकदमे दर्ज हैं। आरोपितों ने बताया कि नकली पिस्टल उन्होंने कनाट पैलेस से 250 रुपये में खरीदी थी और मोबाइल टूट जाने के कारण मोबाइल लूटी थी।
लूट की बाइक से ही की दोबारा लूट
मतदान के दिन चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल की तैनाती के बावजूद बदमाशों के हौसले इस कदर बुलंद थे कि उन्होंने लूट की बाइक से ही गाजियाबाद में जाकर एक युवक की मोबाइल लूटी। एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि दोनों बदमाश सगे भाई हैं। 2014 में आरोपितों के माता-पिता का तलाक हो गया। इसके बाद दोनों भाई माता और पिता से अलग रहने लगे। एक साल बाद ही दोनों ने लूट की घटनाओं को अंजाम देना प्रारंभ कर दिया,जिसमें वह जेल भी गए। पहले दोनों के लूट का कार्यक्षेत्र दिल्ली था,लेकिन वहां कई मुकदमे दर्ज होने के कारण आरोपित नोएडा में रहकर पैंजर सिक्योरिटी सर्विस में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगे।
मामा की स्कूटी से की लूट
कोतवाली प्रभारी ज्ञान सिंह ने बताया कि नौ फरवरी को दोनों की ड्यूटी इंदिरापुरम के कृष्णा अपरा गार्डन में लगी थी। दस फरवरी को सुबह दोनों आरोपित अपने मामा रजनीश की स्कूटी लेकर एनआईबी चौकी से खोड़ा होते हुए एडोब चौराहे से पीड़ित के पीछे हो लिए। इसी क्रम में वीवी गिरि श्रम संस्थान के पास दोनों ने मोटरसाइकिल लूट ली। बदमाशों ने बाइक लूट के लिए उस जगह का चयन किया,जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। लूट के बाद बदमाश निठारी होते हुए अपने कमरे पर पहुंचे और बाइक की नंबर प्लेट तोड़कर फेंक दी,शाम को इसी बाइक से गाजियाबाद में मोबाइल लूटी। गौरव ने बीएससी और विनीत ने दसवीं तक पढ़ाई की है। दोनों के पिता आटो चालक हैं।