ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रींस सबसे पाश सोसायटी में शुमार है, लेकिन यहां के बाशिदे भी बिल्डर प्रबंधन के मनमाने रवैये से त्रस्त हैं। निवासियों ने एकजुट होकर शनिवार को पैदल मार्च निकालकर आक्रोश जताया । हाथों में बैनर पोस्टर लेकर निवासियों ने बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने बताया कि सोसायटी में 1730 अपार्टमेंट हैं। रखरखाव के नाम पर हर महीने मोटा शुल्क वसूला जा रहा है। उसके बाद भी सुविधाओं की कमी है। सोसायटी में इंटरनेट सेवा बंद से बदतर है। इस वजह से न केवल उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है बल्कि वह अपने आफिस के कामों का निपटारा भी घर पर नहीं कर सकते। रखरखाव शुल्क की दरें बढ़ा दी गई है। डीजल जेनरेटर के शुल्क में भी करीब 10 रुपये का इजाफा कर दिया है। पहले डीजल जेनरेटर से बिजली दर 23.65 रुपये प्रति यूनिट थी। जिसे बढ़ाकर 31.65 रुपये कर दिया गया है। सोसायटी परिसर में कई मंजिला इमारतें है। नियमानुसार रिहायशी इलाके में हेलीकाप्टर नहीं उतारा जा सकता, लेकिन सोसायटी परिसर में हेलीकाप्टर उतारा जा रहा है। इससे सोसायटी के निवासियों में अनहोनी की आशंका बनी रहती है। प्रदर्शन के दौरान सोसायटी के लोगों ने सोसायटी की सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया। निवासियों का आरोप है कि कई बार अराजक तत्व सोसायटी में प्रवेश कर चुके हैं। सोसायटी में कई कमर्शियल गतिविधि संचालित है। उनसे रखरखाव के नाम पर प्रतिवर्ष एक करोड़ रुपये वसूला जाता है, जबकि निवासी रखरखाव व सुविधा शुल्क के नाम पर प्रतिवर्ष बिल्डर को करीब 20 करोड़ रुपये अदा करते हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। पुलिस ने निवासियों को बिल्डर के साथ मध्यस्थता कराने का आश्वासन दिया है।