सीमा हैदर और सचिन मीणा की लव स्टोरी के चर्चों के बीच उस दुकान के मालिक का बयान सामने आया है, जहां सचिन काम करता था. दुकान मालिक हरिओम सिंघल ने कहा कि तकरीबन 2 साल तक सचिन ने उनकी दुकान में काम किया. वो कभी छुट्टी नहीं लेता था.
हरिओम ने कहा कि मार्च में सचिन ने 10 दिन की छुट्टी ली थी. इसके बाद वो 1 जुलाई की सुबह 8 बजे दुकान पहुंचा और 8:30 बजे चला गया था. इसके बाद वो वापस काम पर नहीं लौटा. क्या सचिन दुकान में पबजी खेलता था? इस सवाल उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ बता नहीं सकता, क्योंकि वो दुकान में पीछे बैठता था.
‘उसको जरूरत पड़ी तो हम लोग साथ हैं’
सचिन और सीमा को लेकर व्यापारियों का कहना है कि वो कानून के साथ हैं. अगर, उसे क्लीन चिट मिलती है और उसको जरूरत पड़ती है तो हम लोग साथ हैं. इसके साथ ही उस मकान मालिक का बयान भी सामने आया है, जहां सीमा और सचिन कुछ दिन रहे थे.
23 July Ka Panchang : रविवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
‘विवाद इतना बढ़ जाता था कि सचिन उसे पीटता था’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मकान मालिक का कहना है कि सीमा और सचिन के बीच कभी-कभी बहुत विवाद होता था. सीमा बीड़ी पीती थी. सचिन इसका विरोध करता था. मगर, वो मानती नहीं थी. इसको लेकर विवाद इतना बढ़ जाता था कि सचिन उसे पीटता भी था.
पुलिस के मुताबिक, सीमा हैदर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जैस्माबाद की रहने वाली है. साल 2014 में उसकी शादी गुलाम रजा के साथ हुई थी. उसकी तीन बेटियां और एक बेटा है. सबसे बड़ी बेटी की उम्र महज 7 साल है. गुलाम हैदर कराची में अपने परिवार के साथ रहता था और वहां पर टाइल्स लगाने का काम करता था. वो 2019 में काम के सिलसिले में सऊदी अरब चला गया था.
‘इसके बाद दोनों के बीच बातचीत बढ़ गई’
गुलाम के विदेश जाने के बाद सीमा मोबाइल में ज्यादा वक्त बिताने लगी. उसका ज्यादा टाइम पब्जी खेलने में बीतने लगा. 2019 में पबजी खेलते वक्त सीमा की बात गौतम बुद्ध नगर के रहने वाले सचिन से हुई. इसके बाद दोनों के बीच बातचीत बढ़ गई और दोनों इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर चैटिंग होनी लगी और धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं.
इसके बाद सीमा ने कई बार सचिन से मिलने की कोशिश की. मगर उसकी कोशिश पहली बार मार्च 2023 में सफल हुई. मार्च महीने में सीमा कराची से निकली और काठमांडू पहुंची. इधर सचिन भी ग्रेटर नोएडा से काठमांडू पहुंच गया. दोनों काठमांडू के एक होटल में रुके.
‘ट्रैवल एजेंसी से पूछा- कैसे हिंदुस्तान जा सकती हूं?’
इसके बाद सीमा पाकिस्तान चली गई और सचिन ग्रेटर नोएडा लौट आया. इसी दौरान दोनों ने साथ रहने का मन बना लिया था. नेपाल से वापस कराची लौटने के बाद सीमा ने कराची में एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया. उसने ट्रैवल एजेंसी से पूछा कि वो किस तरह से अपने चार बच्चों के साथ हिंदुस्तान जा सकती है.
उसे पता चला कि नेपाल के रास्ते वो हिंदुस्तान आसानी से दाखिल हो सकती है. हालांकि, नेपाल तक जाने के लिए उसे बच्चों के पासपोर्ट की जरूरत थी. इन सबमें अच्छा-खासा पैसा भी खर्च होने वाला था. इसलिए सीमा ने अपनी जमीन बेच दी. फिर चारों बच्चों का पासपोर्ट बनवाया और पाकिस्तान से काठमांडू पहुंची. वहां से बस से दिल्ली पहुंच गई. 13 मई को वो रबूपुरा इलाके में पहुंची थी.