प्रयागराज। दीपावली के अगले दिन यानी आज गोवर्धन पूजा की जाती है, लेकिन अबकी सूर्यग्रहण लग रहा है। आज मंगलवार को सूर्यग्रहण लगने से बुधवार को गोवर्धन पूजा होगी। सूर्यग्रहण आज 25 अक्टूबर की शाम लगेगा, परंतु उसका सूतक 12 घंटे पहले लग जाएगा। इसके चलते समस्त मंदिरों के कपाट दिनभर बंद रहेंगे। ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिरों की धुलाई करके दर्शन-पूजन के लिए कपाट खोला जाएगा।
शाम 4.41 से 5.27 बजे तक रहेगा ग्रहण
ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी के अनुसार मंगलवार की शाम 4.41 बजे ग्रहण आरंभ होगा और शाम 5.27 बजे खत्म होगा। वहीं, ग्रहण का सूतक सुबह 4.41 बजे से आरंभ हो जाएगा।
अमावस्या तिथि पर ही लगता है सूर्य ग्रहण
पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय के अनुसार सूर्यग्रहण अमावस्या तिथि पर ही लगता है। इस बार कार्तिक अमावस्या तिथि 25 अक्तूबर को भी है, जिसकी वजह से आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा। ग्रहण देश के उत्तरी और पश्चिमी भागों जैसे दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू, श्रीनगर, लेह और लद्दाख में आसानी के साथ देखा जा सकेगा। वहीं, दक्षिण भारत के हिस्से जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक,मुंबई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल के कुछ हिस्सों में ग्रहण दिखेगा, जबकि जल्द सूर्यास्त होने के कारण देश के पूर्वी भागों में यह ग्रहण नहीं दिखेगा। ग्रहण के समय चार ग्रह खुद की राशि में मौजूद रहेंगे। जिसमें बुध, गुरु, शनि और शुक्र सभी चारों ग्रह अपनी-अपनी राशि में मौजूद रहेंगे। मकर राशि में शनि, मीन राशि में गुरु, कन्या राशि में बुध और तुला राशि में शुक्र रहेंगे।
ग्रहण के दौरान इसका रखें ध्यान
-सूतक लगने पर पूजा-पाठ,धार्मिक अनुष्ठान और शुभ काम नहीं करना चाहिए।
-बच्चे, बुर्जुगों व मरीजों को छोड़कर किसी को कुछ खाना और पीना नहीं चाहिए।
-ग्रहण के दौरान आराध्य का नाम मन में जप करना चाहिए।
-गर्भवती स्त्रियों को इधर-उधर घूमना नहीं चाहिए।
-गर्भवती महिलाएं ग्रहण शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद स्नान अवश्य करें।
-ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कोई भी नुकीली चीज का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
-सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोने से बचना चाहिए।
-खाने-पीने की सामग्री में तुलसी की पत्ती डाल देना चाहिए।
-ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगाजल छिड़ककर स्नान करना चाहिए।
-ग्रहण के दौरान तुलसी समेत किसी पेड़-पौधों नहीं छूना चाहिए।
इसलिए डालते हैं तुलसी की पत्ती
आचार्य विद्याकांत पांडेय के अनुसार सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक लगने पर खाने-पीने की सभी चीजों में तुलसी के पत्ते डालने की परंपरा है। ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक और दूषित किरणें फैलती हैं। जो सेहत के लिए हानिकारक होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार तुलसी की पत्ती में एंटी-बैक्टीरिया और आयरन तत्व अधिक होते हैं। इसका सेवन करने से व्यक्ति की इम्युनिटी बढ़ती है। धार्मिक रूप से भी तुलसी अत्यंत पवित्र मानी गई हैं। इसी कारण ग्रहण के दौरान तुलसी की पत्ती खाने-पीने की वस्तुओं में डाली जाती है।
ग्रहण का राशियों में पड़ने वाला प्रभाव
ग्रह नक्षत्रम् ज्योतिष शोध संस्थान के ज्योतिषाचार्य आशुतोष वाष्र्णेय के अनुसार सूर्य ग्रहण का राशियों में अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ेगा।
-मेष : जीवनसाथी को कष्ट मिल सकता है।
-वृष : ग्रहण का फल सुखद है।
-मिथुन : चिंता की स्थिति बनेगी।
-कर्क : सूर्य ग्रहण का प्रभाव कष्टकारी हो सकता है।
-सिंह : सूर्य ग्रहण धन लाभ की संभावना बढ़ाएगा।
-कन्या : आर्थिक व सामाजिक क्षति हो सकती है।
-तुला : चोट लगने की संभावना है। भय व चिंता की स्थिति बनेगी।
-वृश्चिक : व्ययकारी समय होने की संभावना है।
-धनु : लाभ व उन्नति का योग बन सकता है।
-मकर : सूर्य ग्रहण सुखद स्थिति बनाएगा।
-कुंभ : अपमानकारी समय आ सकता है।
-मीन : मानसिक कष्ट की संभावना है, सजग रहने की जरूरी है।