नोएडा। सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने दाएं गुर्दे के कैंसर से जूझ रहे 60 वर्षीय मरीज को रोबोट-एडेड सर्जरी को शहर में पहली बार महज चार घंटे में सफलतापूर्वक करने दावा किया है।
यूरोलाजी और रीनल ट्रांसप्लांट विभाग के निदेशक डॉ. दुष्यंत नाडर का कहना है कि मरीज को जब अस्पताल लाया गया तो वह पेट के दर्द से ग्रस्त था।
100 मिली से भी कम बहा खून
अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और रीनल एंजियोग्राम से उनके दाएं गुर्दे में 4.5, 4.3, 4.2 सेंटीमीटर आकार का एक पिंड दिखाई दिया। यह रीनल हिलम (किडनी का वह भाग होता है जिसमें सभी रक्त वाहिकाएं और मूत्र नली में थी। सीटी स्कैन रिपोर्ट से मरीज के गुर्दे के कैंसर की पुष्टि हुई।
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कैंसर ग्रस्त पिंड को निकालने के लिए रोबोटिक सर्जरी करने का फैसला किया। कैंसर ग्रस्त पिंड को निकालने में न सिर्फ सफल हुए, बल्कि सर्जरी के दौरान खून भी 100 मिली से भी कम बहा।
रोबोटिक सर्जरी क्यों है अलग?
कैंसर ऐसी जगह पर था कि इसे सामान्य लैपरोस्कोपिक सर्जरी से हटाना कठिन था, लेकिन रोबोटिक-एसिस्टेड टेक्नोलाजी ने सर्जरी को आसान बनाया। रोबोट-एसिस्टेड सर्जरी डाक्टरों के लिए इस लिहाज से मददगार साबित होती हैं, क्योंकि यह सर्जरी साइट को दस गुना तक बड़ा दिखाती हैं, जिससे वे आसानी से रोग ग्रस्त जगह को देख पाते हैं।
मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। यदि इस कैंसर ग्रस्त पिंड को समय पर नहीं हटाया जाता तो गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकता था। इस मौके पर जोनल निदेशक मोहित सिंह, डा पीयूष वार्ष्णेय, डा अनुतम राय मौजूद रहे।