नोएडा। नोएडा प्राधिकरण ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अपनी स्टेटस रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें बताया गया कि नोएडा के सेक्टर-93 ए स्थित सुपरटेक के दोनों टावर को 21 अगस्त को दोपहर ढाई बजे गिरा दिया जाएगा। इमारतों की चार्जिंग (बारूद लगाने का काम) दो अगस्त से शुरू होगी। सुनवाई की अगली तारीख ध्वस्तीकरण के पहले की 12 अगस्त निर्धारित की गई है।
निवासियों ने शुरू किए एहतियातन उपाय
सोसायटी में ध्वस्तीकरण की तिथि नजदीक आते ही आरडब्ल्यूए ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। ब्लास्ट की तरफ वाली खिड़कियां, चिमनी व अन्य खुली जगहों को बंद किया जाएगा। लोगों को सुरक्षित सोसायटी से बाहर निकालने की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूए निभाएगी। इसकी तैयारियां स्थानीय निवासियों ने शुरू कर दी है।
ध्वस्तीकरण से पहले लोगों को पूरी तरह से घर खाली करना होगा। इसके लिए आरडब्ल्यूए लोगों की सूची तैयार कर रही है। लोगों के घरों से बाहर निकलने के बाद घरों पर सील भी लगाई जाएगी। आरडब्ल्यूए पदाधिकारी गौरव मेहरोत्र ने बताया कि सोसायटी में छह लोग बीमार भी हैं। जिन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।
मरम्मत के लिए Supertech सोसायटी पहुंचा सामान
सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के बेसमेंट में कालम और पिलर की मरम्मत और रेट्रोफिटिंग का काम रसम इंजीनियर्स ने शुरू कर दिया है। इसके तहत शुक्रवार को जैक कालम और बीम की मरम्मत करने का सामान सोसायटी में पहुंच गया।
शनिवार से सोसायटी के एपेक्स व सियान से 50 मीटर क्षेत्र की दूरी में स्थित 40 टावरों की मरम्मत का कार्य शुरू होगा। इसके तहत जरूरी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। शुक्रवार को ड्राइव वे की जगह पर हुई खोदाई वाले हिस्से में पानी भर रहा था।
बेसमेंट में हो रहा जलभराव
इससे बेसमेंट में जलभराव होने लगा, जिसके बाद पंप लगाकर पानी निकाला गया व जेसीबी की मदद से एडफिस इंजिनियरिंग की तरफ से पानी भरने वाले हिस्से को मिट्टी से ढक दिया गया। ड्राइव-वे वाले जिस हिस्से में खोदाई हुई है वही सोसायटी को एपेक्स व सियान टावर से अलग करती है।
सोसायटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष यूबीएस तेवतिया ने बताया कि मरम्मत का काम शुरू हो गया है। साथ ही शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में एडफिस, सुपरटेक व नोएडा प्राधिकरण को सीबीआरआइ का सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही सीबीआरआइ को 70 लाख रुपये भी सुपरटेक उपलब्ध कराएगा।
36 हजार मैटिक टन कचरा
एडफिस ने बताया कि ध्वस्तीकरण के बाद इमारत से करीब 36 हजार मैटिक टन कचरा निकलेगा। इसमें 3500 टन स्टील निकलेगी। इसका निस्तारण के लिए एक प्लान प्राधिकरण में प्रस्तुत किया जा चुका है।
नौ खंभों का काम बाकी
इस बीच अपनी स्टेटस रिपोर्ट में प्राधिकरण ने कहा कि प्रत्येक टावर पर 11 प्राइमरी मंजिल और सात सेकेंड्री मंजिल के सभी पिलर में छेद कर उनको जियो टेक्सटाइल फाइबर से ढक दिया गया हैं। केवल नौ पिलर को जियो टेक्सटाइल फाइबर से लपटेने का काम बाकी है। इसे दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
दो अगस्त से बाद बढ़ेगी चौकसी
दो अगस्त से 20 अगस्त के बीच पिलर में किए गए छेदों में विस्फोटक डाला जाएगा। इस समय के दौरान एडफिस इंजीनियरिंग के कर्मचारियों को छोड़कर दोनों टावरों के परिसर में किसी और का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। यहां पुलिस का पहरा होगा। इसके लिए एडफिस इंजीनियरिंग पुलिस, दमकल विभाग और यातायात पुलिस के साथ लगातार समन्वय में है।