हरिद्वार: ज्वालापुर की पाश सोसायटी जूर्स कंट्री के एक फ्लैट में चल रहे जिस्मफरोशी का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने तीन ग्राहकों और दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से जिस्मफरोशी के धंधे में धकेली गई बंगाल की तीन युवतियों को भी छुड़ाया गया। मौके से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई है। गिरफ्तार ग्राहकों में खनन कारोबारी, व्यापारी और एक छात्र भी शामिल है। मुकदमा दर्ज होने के बाद पांचों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
एएसपी रेखा यादव ने बताया कि पाश सोसायटी जूस कंट्री के फ्लैट में कुछ किरायेदारों की ओर से गैरकानूनी गतिविधियों की शिकायतें मिल रही थी। शुक्रवार देर रात मुखबिर से सटीक सूचना मिलने के बाद ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने एसएसआइ अंशुल अग्रवाल के साथ एक टीम लेकर फ्लैट नंबर जी-515 में छापा मारा।
पुलिस ने मौके से पांच युवकों और तीन युवतियों को आपत्तिजनक सामग्री सहित पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए दो दलाल जिस्मफरोशी के लिए तीनों लड़कियों को फ्लैट पर लेकर आए थे।
दलालों ने अपने नाम शुभांकर दत्त निवासी ओल्ड जनकपुरी उत्तम नगर दिल्ली और अरुण कुमार निवासी श्यामनगर नोथा पाडा बंगाल बताया। जबकि, ग्राहकों के नाम अनुज कुमार निवासी ग्राम फतवा लक्सर हरिद्वार, योगेश निवासी नसीरपुर कलां बादशाहपुर पथरी और अभिषेक निवासी साहपुर टांडा मजादा लक्सर के रूप में सामने आए।
भिषेक लक्सर क्षेत्र का खनन कारोबारी है, उसके अपने डंपर भी हैं। जबकि, योगेश की हरकी पैड़ी के पास दीनदयाल उपाध्याय पार्किंग में चूड़ी-माला की दुकान है। वहीं, अनुज ज्वालापुर के एक इंस्टीट्यूट का छात्र है।
तीनों दोस्तों ने मिलकर अभिषेक के किराये के फ्लैट में लड़कियां बुलाई थी। रैकेट का भंडाफोड़ करने वाली पुलिस टीम में महिला उपनिरीक्षक संदीपा भंडारी, कांस्टेबल रोहित, वीरेंद्र, विनोद और संदीप शामिल रहे।
दलालों के मोबाइल फोन से बेनकाब होंगे कई चेहरे
पीड़िताओं ने पूछताछ में बताया कि गरीबी के कारण उन्हें जिस्मफरोशी के दलदल में धकेला गया था। दोनों दलाल शुभांकर और अरुण बुकिंग पर उन्हें होटल, गेस्ट हाउस और आलीशान कोठियों में लेकर जाते थे। पुलिस ने दलालों के मोबाइल भी कब्जे में लिए हैं। मोबाइल व काल डिटेल खंगालने पर दलालों के संपर्क में रहने वाले कई रसूखदार चेहरों से भी शराफत का नकाब उतर सकता है।
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि आरोपितों को जेल भेजकर पूरे मामले की बारीकी से पड़ताल शुरू कर दी गई है। दलाल कब से यहां जिस्मफरोशी का धंधा चला रहे थे, उनके साथ कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं, इसके बारे में भी छानबीन की जा रही है। वहीं, पीड़िताओं को कोर्ट में पेशकर उनके बयान दर्ज कराए जाएंगे।
गेट पर बिना रोक-टोक एंट्री, उठे सवाल
जूर्स कंट्री हरिद्वार की चुनिंदा पाश सोसायटी में शामिल है। लेकिन, फ्लैट में जिस्मफरोशी के दलालों व ग्राहकों की गिरफ्तारी होने से सोसायटी में रहने वाले परिवार असहज महसूस कर रहे हैं। पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि दोनों दलाल अपनी कार में तीनों लड़कियों को बैठाकर फ्लैट तक लाए थे। यह भी पता चला कि गेट पर रजिस्टर में उनकी कोई एंट्री भी दर्ज नहीं की गई है। एसएसआइ अंशुल अग्रवाल ने बताया कि सिक्योरिटी में भी लापरवाही सामने आई है। फ्लैट मालिक ने किरायेदार अभिषेक का सत्यापन कराया हुआ था या नहीं, इस बारे में भी पता किया जा रहा है।